भारतीय क्रिकेट टीम ने इस साल कोरोना के कारण सिर्फ दो ही वनडे सीरीज खेली, इस साल भारत ने ज्यादातर टी-20 या फिर टेस्ट क्रिकेट खेलने पर अपना ध्यान लगाया। एक वनडे सीरीज मार्च में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर खेली गई।दूसरी सीरीज श्रीलंका में युवा चेहरों के साथ खेली गई।
इंग्लैंड से हुई 3 वनडे की सीरीज को भारत ने 2-1 से अपने नाम किया लेकिन यह काफी रोमांचक सीरीज रही। होलिका दहन के दिन इस सीरीज का आखिरी मैच खेला गया था।
पहली बार इंग्लैंड एक विश्वविजेता के रूप में भारतीय जमीन पर वनडे सीरीज खेलने उतरी थी। इंग्लैंड साल 2019 का वनडे विश्वकप जीत चुकी थी। इस कारण उसके लिए इस सीरीज में विश्व चैंपियन की तरह उतरना लाजमी था। सीरीज का नतीजा यह नहीं बता पाता है कि सीरीज कितनी रोमांच हुई।
कुछ ऐसा ही श्रीलंका से हुई वनडे सीरीज के लिए कहा जा सकता है। इसके अलावा श्रीलंका दौरे पर पहली बार राहुल द्रविड़ कार्यवाहक कोच बनकर गए। युवा चेहरों से लैस वनडे सीरीज में शिखर धवन को कप्तानी सौंपी गई थी। 3 वनडे मैचों की इस सीरीज को भी भारतीय टीम ने 2-1 से अपनी झोली में डाल लिया था।
नजर डाल लेते हैं कि इस दो सीरीज में टॉप 5 भारतीय बल्लेबाजों ने क्या कमाल दिखाया।
1 )
शिखर धवन - इंग्लैंड से हुई टी-20 सीरीज में 1 मैच ही बाद ड्रॉप हुए धवन ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में 98 रन बनाए, शतक से वह 2 रन चूक गए और उनका 2 साल पुराना इंतजार जारी रहा। हालांकि इसके बाद हुए 2 मैचों में भी उन्होंने अर्धशतक बनाए।
श्रीलंका दौरे पर पहले ही मैच में उन्होंने पहले ही मैच में नाबाद 86 रन बनाए। हालांकि अगले दो मैचों मैं वह कुछ खास नहीं कर पाए लेकिन वह इस साल 297 रनों के साथ भारत के सबसे सफल वनडे बल्लेबाज रहे। देखा जाए तो धवन इस साल सिर्फ वनडे फॉर्मेट खेलते हुए ही नजर आए।
2)
केएल राहुल- इंग्लैंड से पहले हुई टी-20 सीरीज में भले ही केएल राहुल फ्लॉफ रहे हों लेकिन वनडे सीरीज में उन्होंने अपने बल्ले से कमाल दिखाया। इस सीरीज में उन्होंने 3 मैचों में 88 की औसत से 177 रन बनाए। इसमें 1 अर्धशतक और 1 शतक शामिल था।
इस सीरीज में वह सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर थे। उनसे ज्यादा (219) रन सिर्फ इंग्लैंड के विकेटकीपर जॉनी बेरेस्टो ने बनाए थे। दिलचस्प बात यह है कि तीनों बार ही केएल राहुल ओपनिंग पर नहीं बल्कि मध्यक्रम में उतरे थे।
3)
ऋषभ पंत- टेस्ट में कमाल करने के बाद ऋषभ पंत ने इस साल वनडे में भी कमाल किया। दो अर्धशतकों की बदौलत ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में 2 मैचों में 155 रन बनाए। दिलचस्प बात यह थी कि इन रनों की स्ट्राइक रेट भी लगभग इतनी ही थी।
4)
क्रुणाल पांड्या- इंग्लैंड से हुए पहले मैच में क्रुणाल पांड्या ने अपना ड्रीम डेब्यू किया और वह पहले मैच में सबसे तेज वनडे अर्धशतक (58*) लगाने वाले बल्लेबाज बने। इंग्लैंड के खिलाफ 3 और श्रीलंका के खिलाफ क्रुणाल ने 1 मैच खेला। 4 मैचों में उन्होंने 65 की औसत से 130 रन बनाए।
5)
विराट कोहली- विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में मध्यक्रम में मजबूती लाने का काम किया। कोहली ने 2 अर्धशतकों की मदद से 3 मैचों में 43 की औसत से 129 रन बनाए। हालांकि इस सीरीज में उनके फैंस उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मदी लगाए बैठे थे।
साल के अंत में उन्हें वनडे की कप्तानी से भी हटा दिया गया। अब कोहली अगले साल एक बल्लेबाज के तौर पर ही वनडे खेलते हुए नजर आएंगे।