सचिन तेंदुलकर को भी करना पड़ा था 5 साल इंतजार, मास्टर ब्लास्टर के पहले वनडे शतक की कहानी
नई दिल्ली। 'क्रिकेट के भगवान' माने जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का आज 47वां जन्मदिन है। सचिन ने कोरोना योद्धाओं के सम्मान में अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। मास्टर ब्लास्टर के जन्मदिन पर पढ़िए उनके पहले शतक की कहानी...
वर्ष 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले 'शतकों के बादशाह' सचिन के विषय में यह दिलचस्प रिकॉर्ड है कि उन्हें अपने पहले वनडे शतक के लिए अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद 5 वर्ष का इंतजार करना पड़ा था।
इस महान बल्लेबाज ने 9 सितंबर 1994 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पहला वनडे शतक जड़ा था। यह शतक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था।
सचिन को अपने पहले वनडे शतक के लिए 78 मैचों का लंबा इंतजार करना पड़ा, हालांकि तब तक वे टेस्ट मैचों में 7 शतक पूरे कर चुके थे।
सचिन ने श्रीलंका में हुई सिंगर वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 130 गेंदों पर 110 रनों की पारी खेली थी। वे उस समय 21 वर्ष के थे। अपार प्रतिभा के धनी सचिन की यह पारी इसलिए भी खास थी कि उन्होंने इस पारी के दौरान अपने पहले 50 रन 43 गेंदों में पूरे किए थे जबकि इसके बाद अगले 50 रन उन्होंने संभलकर खेलते हुए पूरे किए।
तेंदुलकर की इस पारी के दम पर भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में 246 रन का स्कोर बनाया था और बाद में ऑस्ट्रेलिया का पुलिंदा मात्र 215 रन पर बांधते हुए यह मैच जीत लिया था।
उल्लेखनीय है कि सचिन ने नवंबर 1989 में अपना पहला वनडे खेलने के बाद पहला शतक 75वीं पारी में बनाया था। इस दौरान वे 2126 रन बना चुके थे जिसमें 17 अर्धशतक शामिल थे।