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Last Updated : मंगलवार, 21 अप्रैल 2020 (17:55 IST)

प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शतकों का शतक, भारतीयों के लिए अब भी है दूर की कौड़ी

प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शतकों का शतक, भारतीयों के लिए अब भी है दूर की कौड़ी - Centuries of centuries in first class cricket, for Indians still far away
नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर शतकों का शतक पूरा करने वाले दुनिया के पहले और एकमात्र बल्लेबाज हैं लेकिन प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 100 से अधिक सैकड़े जमाने वाले 25 बल्लेबाजों में कोई भी भारतीय शामिल नहीं है और फिलहाल भारत के किसी क्रिकेटर के इस सूची शामिल होने की संभावना भी नहीं है। 
 
तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 51 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 49 शतक लगाकर 16 मार्च 2012 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा किया था। मास्टर ब्लास्टर ने हालांकि प्रथम श्रेणी मैचों में केवल 81 शतक लगाए हैं। 
 
सुनील गावस्कर के नाम पर भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 81 सैकड़े दर्ज हैं और इस मामले में भारतीय रिकार्ड मुंबई के इन दोनों ‘लिटिल मास्टर्स’ के नाम पर दर्ज है। तेंदुलकर ने वैसे प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए और टी20 तीनों प्रारूपों में कुल मिलाकर 142 शतक लगाए हैं। 
 
प्रथम श्रेणी मैचों में सर्वाधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के जैक हाब्स के नाम पर है जिनके नाम पर 199 शतक दर्ज हैं। तेंदुलकर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतकों के रिकॉर्ड की तरफ विराट कोहली (70 शतक) तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन हाब्स के नाम पर ऐसा रिकॉर्ड है जो संभवत: हमेशा अछूता रहेगा। 
 
भारत में पहला प्रथम श्रेणी मैच 1864 में मद्रास और कलकत्ता के बीच खेला गया था, लेकिन अब तक उसके केवल नौ बल्लेबाज ही इस प्रारूप में 50 या इससे अधिक शतक लगाए हैं। इनमें से अभी केवल चेतेश्वर पुजारा खेल रहे हैं जिनके नाम पर प्रथम श्रेणी मैचों में 50 शतक दर्ज हैं। 32वर्षीय पुजारा 15 साल के अपने प्रथम श्रेणी करियर में इस मुकाम पर पहुंच पाए हैं। 
 
भारतीय कप्तान कोहली ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूप में मिलकर 70 शतक लगा लिये हों लेकिन प्रथम श्रेणी मैचों में उनके नाम पर 34 शतक ही दर्ज हैं। इनमें से 27 शतक उन्होंने टेस्ट मैचों में लगाए हैं। भारत के अन्य प्रमुख सक्रिय बल्लेबाजों में अंजिक्य रहाणे ने प्रथम श्रेणी मैचों में 33, शिखर धवन ने 25 और रोहित शर्मा ने 23 शतक लगाए हैं। 
 
प्रथम श्रेणी मैचों में भारत के जिन बल्लेबाजों ने 50 या इससे अधिक शतक लगाए हैं उनमें तेंदुलकर और गावस्कर (दोनों 81), राहुल द्रविड) (68), विजय हजारे (60), वसीम जाफर (57), दिलीप वेंगसरकर और वीवीएस लक्ष्मण (दोनों 55), मोहम्मद अजहरूद्दीन (54) और पुजारा (50) शामिल हैं।
 
 प्रथम श्रेणी मैचों में 100 से अधिक शतक लगाने वाले 25 बल्लेबाजों में इंग्लैंड के 21 बल्लेबाज शामिल हैं। इंग्लैंड में 1772 से प्रथम श्रेणी मैच खेले जा रहे हैं और वहां निरंतर काउंटी क्रिकेट होती रही है। शतकों की सूची में शामिल उसके अधिकतर बल्लेबाजों ने उस जमाने में क्रिकेट खेली थी जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की तुलना में प्रथम श्रेणी मैच अधिक खेले जाते थे।
 
 प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज डब्ल्यूजी ग्रेस थे जिन्होंने 30 मई 1895 को यह उपलब्धि हासिल की थी। टेस्ट क्रिकेट में नाकाम लेकिन काउंटी मैचों में बेहद सफल मार्क रामप्रकाश इस सूची में जुड़ने वाले अंतिम बल्लेबाज थे। उन्होंने दो अगस्त 2008 को इस सूची में अपना नाम लिखवाया था। 
 
ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन (117 शतक), वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स (114), पाकिस्तान के जहीर अब्बास (108) और न्यूजीलैंड के ग्लेन टर्नर (103) भी प्रथम श्रेणी मैचों में शतकों का शतक लगा चुके हैं लेकिन भारत की तरह दक्षिण अफ्रीका या श्रीलंका का कोई भी बल्लेबाज इमुकाम पर नहीं पहुंचा है। प्रथम श्रेणी मैचों में सर्वाधिक शतक का दक्षिण अफ्रीकी रिकॉर्ड बैरी रिचर्ड्स (80) और श्रीलंकाई रिकॉर्ड कुमार संगकारा (64) के नाम पर है। (भाषा)
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