जब 'सचिन सचिन' के शोर से गूंज उठा कलिंगा स्टेडियम
भुवनेश्वर। क्रिकेट के मैदान पर 'सचिन-सचिन' का शोर कोई नई बात नहीं है लेकिन रविवार को हॉकी विश्व कप फाइनल के दौरान यहां कलिंगा स्टेडियम पर 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर के आते ही यह नारा गूंज उठा।
नीदरलैंड्स और बेल्जियम के बीच फाइनल मैच देखने आए तेंदुलकर मैच शुरू होने से करीब आधा घंटा पहले वीवीआईपी गैलरी में नजर आए तो उनकी तस्वीरें लेने की दर्शकों में होड़ लग गई। इसके बाद मैच के हॉफटाइम के दौरान जब वे मैदान पर उतरे तो कलिंगा स्टेडियम मानो वानखेड़े स्टेडियम में तब्दील हो गया और चारों तरफ 'सचिन-सचिन' का शोर सुनाई देने लगा।
तेंदुलकर ने इस मौके पर बोलते हुए भारत में हॉकी विश्व कप के सफल आयोजन की सराहना की और भारत के नहीं होने के बावजूद पूरी तादाद में स्टेडियम में पहुंचे दर्शकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के टूर्नामेंट का भारत में होना और इतना सफल रहना काफी अच्छा है और इससे खेलों को बढ़ावा मिलेगा। मुझे यहां का माहौल देखकर बहुत अच्छा लग रहा है।
उन्होंने कहा कि मैंने भारत और नीदरलैंड्स का क्वार्टर फाइनल मैच देखा। भारत की टीम युवा है लेकिन उसने अच्छी चुनौती दी। मुझे यकीन है कि आने वाले समय में हम पदक जरूर जीतेंगे। दर्शक दीर्घा में मौजूद विदेशी जहां यह नजारा देखकर हैरान थे तो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से हॉकी कवरेज के लिए आए खेल पत्रकारों को इसका तजुर्बा था। इंग्लैंड से आए रॉड गिलमोर ने कहा कि सचिन वाकई भारत में क्रिकेट के ही नहीं, खेलों के भगवान हैं। रिटायर होने के इतने साल बाद भी उनका क्रेज बरकरार है। (भाषा)