क्या नटराजन और चहल को तीसरे वनडे में मौका देंगे कप्तान कोहली?
विराट कोहली एक अलग किस्म के कप्तान हैं। अमूमन जो कदम एक कप्तान को सीरीज में जीत या हार के बाद उठाता है उसके ठीक उलट वह अपने मन की करने के लिए जाने जाते हैं। वह किसी तरह के गणित में यकीन नहीं रखते अगर किसी खिलाड़ी को टीम में रखना है तो वह उसके फॉर्म को नहीं देखते।
भारत को यदि यह सीरीज जीतनी है तो उसे अपनी गेंदबाजी में काफी सुधार करना होगा। या फिर यूं कहे कि अगर गेंदबाजी में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं लगती तो फिर गेंदबाज ही बदलने पडेंगे। विराट कोहली को गेंदबाजी की दशा और दिशा में दो बदलाव करने चाहिए।
कहते हैं कि हमें अपने प्रतिद्वंदियों से सीखना चाहिए। इंग्लैंड ने भी गेंदबाजी में विविधता के लिए टीप्ले को टीम में रखा और उन्होंने किफायती गेंदबाजी कर 2 विकेट निकाले। वह तो कप्तान बटलर ने उनका स्पैल पूरा नहीं कराया नहीं तो हो सकता था भारत का स्कोर 325 होता।
इस कारण टी नटराजन को टीम इंडिया के अंतिम ग्यारह में शामिल होना चाहिए। इससे न केवल भारतीय गेंदबाजी में विविधता आएगी इंग्लैंड के बल्लेबाजों की स्ट्राइक रेट पर भी काबू रहेगा। हालांकि नटराजन की जगह किसे बाहर निकालें यह बड़ा सवाल रहेगा। कृष्णा को ही कोहली कल आराम दे सकते हैं लेकिन पुख्ता तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता।
दूसरा बदलाव करने के निर्णय में कोहली को ज्यादा मुश्किल नहीं होनी चाहिए। क्योंकि इस निर्णय में कोई दुविधा है ही नहीं। युजवेंद्र चहल को टीम में लेकर कुलदीप यादव को ड्रॉप किया जा सकता है। कुलदीप यादव अब तक इस सीरीज में टीम इंडिया की सबसे कमजोर कड़ी साबित हुए हैं।
पिछले 2 वनडे मैचों में कुलदीप यादव ने 20 ओवरों में 152 रन लुटाए हैं और एक भी विकेट नहीं लिया है। हालांकि चहल का भी इकॉनोमी खासा ज्यादा है लेकिन वह विकेट टेकर गेंदबाज है। वह गेंद को फ्लाइट करा कर बल्लेबाज को फंसाना जानते हैं। कम से कम विकेट निकालने के बाद इंग्लैंड के मध्यक्रम तक तो भारत पहुंचेगा जिसने इस सीरीज में ज्यादा बल्लेबाजी नहीं की है।
लगातार दो वनडे में इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने शतकीय साझेदारी की है। दूसरे वनडे में तो 30 ओवर तक भारत के किसी गेंदबाज का खाता नहीं खुला था क्योंकि पहला विकेट रनआउट के माध्यम से मिला था। पहले वनडे जैसा करिश्मा बार बार नहीं होता यह भारत को दूसरे वनडे में पता चल गया है।
गणित के हिसाब से तो इन दोनों गेंदबाजों को कल खेलना चाहिए लेकिन कोहली की कप्तानी का कोई भरोसा नहीं। दूसरे वनडे में हार के बाद सीरीज 1-1 से बराबर हो चुकी है और कोई भी सही या गलत फैसला सीरीज के नतीजे पर असर डाल सकता है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दूसरे मैच के बाद स्वीकार किया कि यह जबरदस्त हिटिंग थी। विराट ने कहा, ' इस स्ट्राइक रेट के साथ किसी को खेलते देखना एक अलग अनुभव था। हमने नई गेंद के साथ अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने विकेट पर टिके रहने का रास्ता ढूंढ़ निकाला और शतकीय साझेदारी कर डाली। हमें बेयरस्टो और स्टोक्स की साझेदारी के दौरान विकेट लेने का एक भी मौका नहीं मिला। '
विराट के इस बयान से तो यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन दो में से कम से कम एक बदलाव तो देखा जा सकता है। दूसरे बदलाव की संभावना पहले बदलाव से ज्यादा लग रही है।(वेबदुनिया डेस्क)