नई दिल्ली। भारतीय टीम आज यहां श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में विरोधी टीम की पहली पारी में अब तक 130 ओवर गेंदबाजी कर चुकी है लेकिन तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा कि यह गेंदबाजों की फिटनेस की परीक्षा के लिए अच्छा है और इससे लंबे स्पैल फेंकने में मदद मिलेगी।
भारत ने पहली पारी सात विकेट पर 536 रन बनाकर घोषित की थी, जिसके जवाब में श्रीलंका ने अब तक 130 ओवर में नौ विकेट पर 356 रन बनाए हैं।
अब तक 24 ओवर गेंदबाजी कर चुके शमी ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘जहां तक विकेटों का सवाल है तो यहां जिस तरह की विकेट तैयार हो रही थी और हम जैसी तैयारी करना चाह रहे थे, आपने देखा कि पिछले दो मैचों में उस तरह की विकेट नहीं मिली है। जैसी हमारी सोच थी हमें वैसा विकेट नहीं मिला लेकिन हमें गेंदबाजी पर कड़ी मेहनत करने और अच्छा अभ्यास करने का मौका मिला।’
उन्होंने कहा, ‘हमें लंबे स्पैल डालने को मिले। हमारी फिटनेस की परीक्षा हुई और जहां तक गेंदबाजी इकाई का सवाल है तो उनका प्रयास देखिए, उनका क्षेत्ररक्षण देखिए। हमने 100 ओवर से अधिक क्षेत्ररक्षण किया जो दिखाता है कि हम क्षेत्ररक्षण इकाई के रूप में कैसा प्रयास कर रहे हैं।’
अब तक 74 रन देकर दो विकेट चटकाने वाले शमी ने कहा, ‘तेज गेंदबाज होने के कारण हमें गेंदबाजी डालने का मौका कम मिलता है, विशेषकर भारत में। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि तेज गेंदबाज लंबा स्पैल डालें।’
शमी ने कहा, ‘हमें ज्यादा ओवर डालने को मिल रहे हैं। पहले हमें 12 या 14 ओवर ही डालने को मिलते थे। पिछल एक-डेढ़ साल में आपने देखा होगा कि हमें 20-25 ओवर डालने को मिल रहे हैं। इसमें आपको अपना कौशल दिखाने का मौका मिलता है। जब जितनी अधिक गेंदबाजी करेंगे उससे उतना ही अधिक सुधार होगा।’
फिरोजशाह कोटला मैदान पर मैच के दौरान पिछले दो दिनों से बढ़ता प्रदूषण मुद्दा बना हुआ है लेकिन शमी ने कहा कि चीजें उतनी खराब नहीं थी जितनी दिखाने की कोशिश की गई।
शमी ने कहाह, ‘मेरी तबीयत पहले से खराब थी। मुझे सर्दी थी। यह प्रदूषण बेशक दिक्कत वाली बात है लेकिन जितना दिखाया जा रहा था यह उतना ज्यादा भी नहीं था। हो सकता है कि हम इसके आदी हैं, इस चीज को ज्यादा बर्दाश्त करते आए हैं। मेरा मानना है कि प्रदूषण की जिम्मेदार चीजें जितनी कम हो सके बेहतर होगा। हम लोगों को दिक्कत झेलने की आदत हो गई है।’
भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने श्रीलंकाई पारी के दौरान कई कैच टपकाए। कप्तान विराट कोहली, शिखर धवन और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों ने कैच छोड़े जो दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले टीम के लिए चिंता का सबब हो सकता है लेकिन शमी ने इसके अधिक तूल नहीं दिया।
उन्होंने कहा, ‘कैच छूटना खेल का हिस्सा है। ऐसा नहीं है कि वे मशीन हैं जो अपने आप कैच पकड़ लेंगे। लेकिन जहां तक कैच छूटने का सवाल है, गुस्सा तो आता है एक दूसरे के ऊपर लेकिन एक इकाई के रूप में हम इसकी जितनी अनदेखी करेंगे उतना अच्छा होगा। टीम के लिए भी बेहतर होगा।’
रिवर्स स्विंग से जुड़े सवाल पर शमी ने कहा, ‘गेंद रिवर्स तो नहीं हो रही थी लेकिन रूककर आ रही थी। जहां तक सवाल रिवर्स का है तो यह देखने को नहीं मिली। क्योंकि जिस गति से हम गेंदबाजी कर रहे थे अगर गेंद रिवर्स करती तो हम शत प्रतिशत आज ही उनकी पारी खत्म कर देते। गेंद रूककर आ रही थी लेकिन उम्मीद के मुताबिक विकेट से मदद नहीं मिली।’
स्लिप में क्षेत्ररक्षकों को खड़ा करने के लिए गेंदबाजों से भी राय ली जानी चाहिए इस बारे में पूछने पर शमी ने कहा, ‘मेरे हिसाब से गेंदबाजों को इस चीज से जितना दूर रखा जाए बेहतर होगा। क्योंकि आपको गेंदबाजी भी करनी है। अगर आप चोटिल हो जाते हैं या आपकी अंगुली में लग जाती है तो टीम को नुकसान हो सकता है। मुझे लगता है कि कोच की नजर में जो सर्वश्रेष्ठ होते हैं उन्हें वहां रखा जाता है। लंबे समय के बाद आपने हमारी टीम को इतने कैच छोड़ते देखा होगा। इसकी जितनी अनदेखी करेंगे और सुधार करने की कोशिश करेंगे उतना बेहतर होगा।’
शमी ने मैच में नतीजा आने की उम्मीद जताते हुए कहा, ‘हम तो उम्मीद रखते हैं कि नतीजा आएगा और हम अंतिम समय तक जीतने की कोशिश करते हैं।’ (भाषा)