न्यूज़ीलैंड के बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल तब एक महीने के बच्चे थे, जब न्यूज़ीलैंड ने मुंबई में अपना पिछला टेस्ट खेला था और जब पटेल ने अपने 'सपनों का शहर' मुंबई छोड़ा, तब वह आठ साल के थे। अब जब वह यहां पर टेस्ट खेलने आए हैं, तब यह शहर उनके सपनों में भी नहीं आता है। वह 25 साल बाद यहां अपने देश के लिए खेलने के लिए लौट आए हैं।मुंबई में अपना पहला टेस्ट खेल रहे एजाज पटेल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वह अपनी टीम के लिए वानखेड़े के मैदान पर इतने बड़े अस्त्र साबित होंगे।
एजाज ने 30 रन देकर 3 विकेट झटकेशुभमन गिल (71 गेंद में 44 रन) आउट होने से पहले तेजी से रन जुटा रहे थे लेकिन मुंबई में जन्में बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल (30 रन देकर तीन विकेट) ने उनके अलावा पुजारा और कोहली के लगातार गेंदों पर विकेट झटक लिये। पुजारा और कोहली शून्य पर आउट हुए।
मयंक अग्रवाल 52 रन बनाकर खेल रहे हैं। शुरू में थोड़ी परेशानी भरी शुरूआत के बाद वह श्रेयस अय्यर के साथ अच्छी लय में दिख रहे थे। शीर्ष क्रम के चरमराने के बाद फिर अय्यर उतरे और सात रन बनाकर खेल रहे थे।
भारत को तीन झटके देने का श्रेय पटेल को जाता है जो मुंबई में जन्में इंग्लैंड के कप्तान डगलस जारडाइन के बाद इस शहर में जन्में और भारत के खिलाफ खेलने वाले दूसरे क्रिकेटर हैं।
पटेल ने अपनी लेंथ का चतुराई से इस्तेमाल किया और वानखेड़े की विशेषता अतिरिक्त उछाल का पूरा फायदा उठाया।पटेल ने गिल को बाहर खेलने के लिये उकसाया और विकेटकीपर टॉम ब्लंडेल ने उन्हें स्टंपिंग का प्रयास किया।
पर अगली ही गेंद में पटेल ने शार्ट लेंथ गेंद फेंकी जो गिल के बल्ले के किनारे को छूकर स्लिप में खड़े रॉस टेलर के हाथों में समा गयी।कई सारी विफलताओं के बाद पुजारा का आत्मविश्वास गिरा हुआ है और वह डीआरएस की अपील पर बचने के बाद पटेल का दूसरा शिकार बने।
कप्तान कोहली ने पटेल की गेंद पर आगे बढ़कर रक्षात्मक स्ट्रोक खेलने की कोशिश की और अंपायर अनिल चौधरी ने उन्हें आउट दे दिया। भारतीय कप्तान ने तुरंत रिव्यू लेने का फैसला लिया।
रिप्ले में यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि गेंद पहले बल्ले पर लगी है या पैड पर। और नियमों के अनुसार टीवी अंपायर वीरेंद्र वर्मा को मैदानी साथी के फैसले को मानना पड़ा जिससे कोहली काफी नाराज दिख रहे थे। उन्होंने इस पर अंपायर नितिन मेनन से बात भी की और उनकी निराशा साफ देखी जा सकती थी।
टीवी कैमरा में वह ड्रेसिंग रूम की बालकनी में खड़े हुए दिख रहे थे जिसमें वह फैसले से काफी निराश दिख रहे थे।
इससे पहले भारत के दोनों सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरूआत करायी।
गिल ने काइल जैमीसन पर तीन बाउंड्री से शुरूआत की। मयंक ने पटेल की गेंद पर एक छक्का जमाया जबकि गिल ने विल समरविले पर डीप मिडविकेट पर एक छक्का जड़ा।गिल के आउट होने के बाद पटेल ने न्यूजीलैंड को मैच में वापसी करायी।इस दौरान मयंक ने अपना अर्धशतक पूरा किया।
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के बारिश से प्रभावित शुरूआती दिन चाय तक तीन विकेट पर 111 रन बना लिये।
कानपुर में खेला था अंतिम ओवरसभी कीवी खिलाड़ियों की मेहनत पर पानी फिर जाता अगर ऐजाज पटेल कानपुर टेस्ट में रविंद्र जड़ेजा का ओवर नहीं निकाल देते। कानपुर टेस्ट में 23 गेंदो पर 2 रनों की पारी खेलने वाले ऐजाज पटेल ने टेस्ट मैच के बाद कहा था कि वह गेंदबाजी में भी कमाल दिखाना चाहते हैं और मुंबई टेस्ट के पहले ही दिन उन्होंने वह किया।
पटेल ने कहा था, "मैं मुंबई टेस्ट के बारे में सोच रहा था। यहां वापस आना अच्छा है। मैं यहां पर पहले भी अपने परिवार के साथ छुटि्टयां बिताने आया हूं, लेकिन इस बार कुछ अलग अहसास है क्योंकि इस बार मैं यहां पर क्रिकेट खेलने आया हूं।"
उन्होंने कहा था, "मैं वानखेड़े में कई आईपीएल मुक़ाबलों को देखने आया हूं, इसके लिए मैं मिचल मैक्कलैनघन को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं जब भी यहां आया हूं तो उन्होंने मेरी बहुत मदद की है। मैं यहां पर कुछ समय के लिए गेंदबाज़ी, ट्रेनिंग आदि भी की है। यहां आकर मैं यादों में बह गया हूं। मैं बस अपने परिवार को नहीं देख पा रहा हूं। मैं जल्द ही अपने परिवार के साथ यहां जरूर आऊंगा।"
पटेल ने कहा था, "मेरे परिवार ने मुझे कभी न्यूज़ीलैंड में भी खेलते हुए नहीं देखा। यह मेरे परिवार के लिए बहुत ख़ास होगा कि वह यहां आए और मुझे वानखेड़े में खेलता देखें।"