लंदन:पिछले कुछ समय से इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में विफलता और वेस्ट इंडीज से हालिया 1-0 से श्रृंखला हार के बाद इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने प्रतिक्रिया दी है। रूट ने कहा है कि वेस्ट इंडीज में मिली सीरीज हार के बावजूद इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ियों ने उनके नेतृत्व का समर्थन किया है, इसीलिए वह टेस्ट कप्तान बने रहना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि इस सीरीज हार से इंग्लैंड के लिए कैरिबियाई धरती पर अब लगातार पांच श्रृंखलाएं बिना जीते के समाप्त हुई हैं और कैरिबियाई में इतिहास में इंग्लैंड का यह सबसे खराब रिकॉर्ड है। सीरीज के पहले दो मैच ड्रा रहने के बाद इंग्लैंड यहां ग्रेनेडा में तीसरे और निर्णायक मैच में बिखर गया। दोनों पारियों में खराब बल्लेबाजी के चलते उन्हें चौथे दिन सुबह के खेल में ही वेस्ट इंडीज से 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। पिछले 17 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड ने केवल एक मैच ही जीता है।
रूट ने मैच के बाद बीटी स्पोर्ट चैनल से बात करते हुए कहा, “ मैंने इस मैच से पहले और इस दौरे के दौरान कई बार स्पष्ट किया है कि मेरा लक्ष्य टीम को आगे बढ़ाना है। नतीजे आपके हाथ में नहीं होते, लेकिन मुझे विश्वास है, यह ग्रुप मेरे साथ है। हमने काफी चीजों को अच्छे से किया, लेकिन सिर्फ उन्हें सही नतीजों में परिवर्तित नहीं कर पाए। ”
उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड ने पहले दोनों टेस्ट मैचों में काफी अच्छा खेल दिखाया। दोनों मैचों में पिच इतनी सपाट मिली कि दोनों टीमों से चार खिलाड़ियों ने कुल पांच शतकीय पारियां खेलीं। दोनों मुकाबलों में वेस्ट इंडीज को मैच बचाने के लिए आखिरी दिन लंबी पारियां खेलनी पड़ीं और ऐसे में इंग्लैंड के पास 2004 के बाद वेस्ट इंडीज में पहली बार सीरीज जीतने का मौका बनता दिखा।
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान ने कहा, “ हमने इस सीरीज में कई बार अपनी काबिलियत दिखाई, लेकिन सीरीज हारने से हम बेशक काफी दुखी हैं। हमने पहले दो मैचों में बल्लेबाजी क्रम में बहुत सुधार दिखाया। इस वजह से हमारे कल के खेल से सब बहुत नाराज हैं। सीरीज के लिहाज से यह एक बड़ा दिन था और उसी दिन हमने अच्छा क्रिकेट नहीं खेला। ”
उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड ने वेस्ट इंडीज दौरे के लिए जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को छोड़ कर युवा खिलाड़ियों में निवेश किया था। ऐसे में तीन खिलाड़ियों ऐलेक्स लीज, साकिब और मैट फिशर को पदार्पण करने का मौका मिला।
रूट ने इन खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए कहा, “ पूरे दौरे में टीम का रवैया उत्साहजनक रहा। हम यहां जीतने जरूर आए थे, लेकिन हम यहां से कई अच्छी चीजें लेकर जाएंगे। हमें बतौर टीम सुधार करते रहना पड़ेगा और जब हम जीतेंगे तब उसकी आदत सी बनानी पड़ेगी। एक बड़ी चीज जो उभर कर आई है कि हमने कुछ नए खिलाड़ियों के बारे में बहुत कुछ सीखा। यह उनके करियर के शुरुआती दिन हैं और यह उम्मीद की किरण है। ”
इंग्लैंड के अंतरिम मुख्य कोच पॉल कॉलिंगवुड ने इस बारे में कहा कि टीम के भविष्य का फैसला ईसीबी (इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड) में स्थायी रूप से प्रबंध निदेशक की नियुक्ति के बाद ही लिया जाएगा। उन्होंने भी हालांकि अपने मुख्य कोच नियुक्त होने और रूट को कप्तान बनाए रखे जाने की उम्मीद जताई।
उन्होंने कहा, “ ड्रेसिंग रूम से साफ पता चलता है कि सभी खिलाड़ी जो के साथ खड़े हैं। जो खुद इस टीम को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कप्तानी का उनके बल्लेबाजी पर कोई असर नहीं पड़ता है, क्योंकि वह अब भी बहुत रन बना रहे हैं। वह इस टीम की किस्मत बदलने के लिए बेकरार हैं और यही सबसे बड़ी बात है। ”
(वार्ता)