-सीमान्त सुवीर
मंगलवार के दिन इंदौर पर बरखारानी मेहबान रही और आसमान में जैसे ही सूरज चमका, वैसे ही मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के तमाम अधिकारियों के चेहरे खिल उठे। सबसे ज्यादा खुश निमोनिया से उबर रहे पिच क्यूरेटर समंदर सिंह चौहान थे, जिनके निर्देशन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 24 सितंबर को खेले जाने वाले तीसरे वनडे मैच के लिए पिच तैयार हुआ है।
सुबह 7 बजे होलकर स्टेडियम पर 40 मैदानकर्मी पहुंच गए थे और तेज धूप को देखते हुए 9 बजे तक पूरे मैदान से कवर्स हटा दिए गए थे। मुख्य विकेट पर सोमवार शाम को वॉटरिंग की गई थी जबकि मंगलवार की शाम को इस प्रक्रिया को दोहराया गया। शाम को दोबारा पूरे मैदान को कवर्स से ढंक दिया गया था, ताकि वह बारिश से सुरक्षित रह सके।
पिच क्यूरेटर समंदर सिंह देर शाम अपने कमरे से मैदान को निहार रहे थे और आज इसलिए भी बहुत प्रसन्न थे क्योंकि तेज धूप के कारण मैदान पूरी तरह सूख चुका था। उन्होंने बताया कि आज दो बार मुख्य विकेट पर हल्का रोलर घुमाया गया जबकि आउट फील्ड में घास की कटिंग भी की गई। 22 या 23 सितंबर को दोबारा घास की कटिंग की जा सकती है। पूरा मैदान हरे गलीचे जैसा नजर आ रहा था।
करीब 27 हजार दर्शक क्षमता वाले होलकर स्टेडियम को सजाने और संवारने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। देर शाम खिलाड़ियों के स्टेडियम में प्रवेश करने के बाद लोहे की जालियों को लगाया जा रहा था, जबकि मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के प्रशासनिक भवन की सफाई भी ऊपरी मंजिल से लेकर नीचे तक चल रही थी। स्टेडियम की भीतरी दीवारों पर रंगरोगन भी जारी था...
बिजली बैकअप के लिए यहां शाम तक बड़े-बड़े जनरेटर भी लग चुके थे। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए जिस तरह की तैयारियां होनी चाहिए, वे सब यहां चल रही हैं। अगले दिनों में स्टेडियम में लगी कुर्सियों पर नंबरिंग और साफ-सफाई भी शुरू होगी।
होलकर स्टेडियम पांचवीं बार किसी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी करने जा रहा है और स्टेडियम में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टीम अपना कोई मैच खेलेगी। इससे पहले दो बार इंग्लैंड और एक-एक बार वेस्टइंडीज व दक्षिण अफ्रीका की टीम यहां वनडे मैच खेल चुकी है।
मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की मेहनत का ही नतीजा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इस स्टेडियम को टेस्ट का दर्जा दिया और 8 से 11 अक्टूबर 2016 के बीच भारत और न्यूजीलैंड के बीच रिकॉर्ड सफलता वाला टेस्ट मैच भी आयोजित किया गया।
होलकर स्टेडियम जिस जगह बना है, वो जगह शहर का दिल मानी जाती है और इंदौर के क्रिकेटप्रेमी इसे दिल से प्यार करते हैं। चाहे वनडे हो या टेस्ट मैच, दर्शकों की भीड़ करीब 27 हजार की क्षमता रखने वाले इस स्टेडियम में उमड़ पड़ती है।
पिछले कई दिनों से इंदौर शहर बारिश से भीगता रहा है और 22 सितंबर को भी तेज बारिश की भविष्यवाणी की जा रही है। हर मैच के लिए बीमा कंपनियां टूट पड़ती थीं, लेकिन इस बार मंगलवार तक इंदौर वनडे मैच का बीमा नहीं हो सका था।
पिछले मैचों में नेशनल इंश्योरेंस कंपनी ने करोड़ों का बीमा करके प्रीमियम ली थी लेकिन बारिश की संभावना को देखते हुए अभी कोई भी कंपनी आगे नहीं आई है। हालांकि मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव मिलिंद कनमड़ीकर का कहना है कि बीमा कंपनियों से हमारी बातचीत चल रही है और उम्मीद है कि यह बात किसी नतीजे पर पहुंचेगी।
मंगलवार के दिन आसमान के साफ रहने के बाद जहां आयोजकों के चेहरे खिले हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ मैच का टिकट पा चुके क्रिकेटप्रेमी भी यही दुआ कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में बारिश यहां की बजाए कहीं दूसरी जगह जाकर बरसे और इंदौर को रोमांचक क्रिकेट की दावत उड़ाने का मौका मिले।