भारतीय कप्तान विराट कोहली अभी भी उसी आक्रामकता से खेलते हैं : सांगवान
नई दिल्ली। भारत के तेज गेंदबाज प्रदीप सांगवान ने कहा कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली में कुछ भी बदलाव नहीं आया है और वह अभी उसी आक्रामकता के साथ खेलते हैं। सांगवान ने क्रैगबज के डिजिटल स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म स्पोर्ट्ज ओ क्लॉक पर चैट शो चैंपियंज में सुहास वेधम के साथ चर्चा के दौरान अपने अनुभवों का साझा किया। यह पूछे जाने पर कि कप्तान विराट में क्या परिवर्तन नहीं आय़ा है, इस पर उन्होंने कहा कि विराट की मैदान पर आक्रामकता अभी भी बरकरार है और इसमें कोई परिवर्तन नहीं आया है।
भारतीय अंडर-19 विजेता टीम के सदस्य रहे सांगवान ने बताया कि विराट के लिए नतीजे से ज्यादा कोशिश मायने रखती है। विराट भी अंडर-19 विजेता कप्तान रहे हैं। सांगवान ने कहा कि उनके बड़े भाई प्रोफेशनल क्रिकेट खेलते थे और वह अपने भाई का अनुसरण करते थे। क्रिकेट में उनकी दिलचस्पी उस समय बढ़ी जब वह अपने दोस्तों के साथ टेनिस गेंद से क्रिकेट खेला करते थे और इसके बाद वह दिल्ली के नजफगढ़ में क्रिकेट अकादमी में शामिल हुए तथा स्थानीय स्टेडियमों में खेलना शुरु किया।
गली क्रिकेट से लेकर लैदर गेंद और प्रोफेशनल विकेट पर खेलने को लेकर सांगवान ने कहा कि शुरुआत में मिश्रित अनुभुति हुई थी क्योंकि वह इससे पहले कभी सफेद जर्सी में नहीं खेले थे। यहां गेंद ज्यादा स्विंग हो रही थी और शुरुआत में इससे पार पाने में कठिनाई होती थी।तेज गेंदबाज ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इस ऊंचाई पर पहुंच पाएंगे जहां उन्हें अंडर-19 में विराट और इशांत शर्मा जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलेगा।
रणजी ट्रॉफी के अपने पदार्पण सत्र के लिए सांगवान ने कहा कि वह इसमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहते थे तथा खुद को साबित कर टीम में जगह सुनिश्चित करना चाहते थे। अंडर-19 विश्व कप तथा रणजी के अलावा वह कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर), गुजरात लायंस तथा मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल में खेले। इसके अलावा वह दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए भी खेले हैं। केकेआर के साथ खेलने के दौरान सांगवान को अपने प्रेरणास्रोत्र वसीम अकरम से मिलने का मौका मिला। उन्हें ब्रेट ली से भी मिलने का मौका मिला जिसे वह बचपन में खेलते देखा करते थे।
डेढ़ साल के लिए क्रिकेट से प्रतिबंध झेलने पर सांगवान ने कहा कि इस दौरान उन्होंने काफी मेहनत की और अपनी तेजी पर काम किया। उनका एक ही लक्ष्य था कि उनकी वापसी शानदार होनी चाहिए। सांगवान ने कहा, 'जब मुझ पर प्रतिबंध लगा वो समय मेरे लिए काफी कठिन था। जब मैं फिरोजशाह कोटला में ट्रेनिंग के लिए जाता था तो उस समय मेरे सीनियर खिलाड़ियों ने मेरा काफी समर्थन किया।' सांगवान ने विराट, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, रोहित शर्मा और सुरेश रैना की कप्तानी में खेला है।
यह पूछे जाने पर कि कौन सा कप्तान उन्हें तेज गेंदबाज के रुप में ज्यादा समर्थन देता था, इस पर उन्होंने कहा कि सभी कप्तान के अलग तरीके थे। उन्होंने रोहित शर्मा के साथ सिर्फ एक मैच खेला लेकिन रोहित द्वारा उन्हें अपनी योजना के अनुरुप चलने वाली बात काफी पसंद आई। सांगवान ने कहा, 'सभी की योजना अलग होती है लेकिन एक गेंदबाज के रुप में आप खुद के कप्तान होते हैं।' सांगवान ऑपरेशन के लिए ब्रिटेन गए थे जिसके बाद टीम में वापसी करना उन्हें कठिन हो गया और रिहेब भी काफी मुश्किल था। उस दौरान उन्होंने टीम के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा से प्रेरणा ली जो कई चोट के बावजूद आगे बढ़ते रहे।
सांगवान ने कहा, 'मैं अपना 100 फीसदी देना चाहता हूं। मैं अपनी प्रतिभा और तेजी पर काम कर रहा था और मुझे इसका नतीजा दिख रहा था। मैंने सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया था जिसके कारण मुझे गुजरात लायंस की ओर से खेलने का मौका मिला।'