कुलदीप यादव (51/3) और मोहम्मद सिराज (30/3) की शानदार गेंदबाजी के बाद लोकेश राहुल (64 नाबाद) के धैर्यवान अर्द्धशतक की बदौलत भारत ने श्रीलंका को दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में गुरुवार को चार विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली।श्रीलंका ने भारत के सामने 216 रन का लक्ष्य रखा, जिसे भारत ने 43.2 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
राहुल जब बल्लेबाजी करने उतरे तब भारत 62 रन पर तीन विकेट गंवा चुका था। श्रेयस अय्यर (28) अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन वह भी पगबाधा होकर पवेलियन लौट गये। राहुल ने इसके बाद हार्दिक पांड्या के साथ 75 रन की साझेदारी करके भारतीय पारी को संभाला। पांड्या के आउट होने के बाद उन्होंने अक्षर पटेल (21) के साथ 30 जबकि कुलदीप यादव के साथ 28 रन जोड़कर भारत को जीत तक पहुंचाया।
राहुल ने अपनी मैच जिताऊ पारी में 103 गेंदें खेलकर छह चौकों के साथ 64 रन बनाये। भारत ने इस जीत के साथ तीन मैचों की शृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। यह भारत की श्रीलंका पर लगातार 10वीं सीरीज जीत है। शृंखला का आखिरी मुकाबला तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड स्टेडियम पर खेला जायेगा।
श्रीलंका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए अच्छी शुरुआत की। मोहम्मद सिराज की गेंद पर अविष्का फर्नांडो (17 गेंद, चार चौके, 20 रन) के बोल्ड होने के बाद भी नुवानिदु फर्नांडो और कुसल मेंडिस ने पारी की रफ्तार नहीं रुकने दी और पावरप्ले में 51 रन जोड़ लिये।
फर्नांडो ने 12वें ओवर में उमरान मलिक को दो चौके लगाकर रनगति बढ़ाई, जबकि मेंडिस ने दो ओवर बाद उमरान की छोटी गेंद पर छक्का लगाया। फर्नांडो-मेंडिस ने दूसरे विकेट के लिये 73 रन जोड़े। श्रीलंका को मजबूत स्थिति से निकालने के लिये भारत को विकेट की जरूरत थी और कप्तान रोहित शर्मा ने गेंद स्पिनरों को सौंपी।
कुलदीप ने अपने पहले ही ओवर में मेंडिस का विकेट निकाला, जबकि अक्षर पटेल ने अगले ओवर में धनन्जय डी सिल्वा को शून्य रन पर पवेलियन भेज दिया। फर्नांडो ने पारी की 62वीं गेंद पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया लेकिन अगली ही गेंद पर वह रनआउट हो गये। श्रीलंका के लिये पदार्पण कर रहे नुवानिदु फर्नांडो ने अपने पहले ही मैच में अर्द्धशतक जड़ते हुए 63 गेंदों पर छह चौकों के साथ 50 रन बनाये, जबकि कुसल मेंडिस ने 34 गेंदों पर तीन चौकों के साथ 34 रन का योगदान दिया।कुलदीप ने इसके बाद चरित असलंका (15) और कप्तान दसुन शनाका (दो) को आउट करके श्रीलंकाई मध्यक्रम की कमर तोड़ दी।
सिर्फ 24 रन के अंतराल में पांच विकेट गिरने के कारण श्रीलंका संकट की स्थिति में थी। वानिंदू हसरंगा (17 गेंद, तीन चौके, एक छक्का, 21 रन) और चमिका करुणारत्ने (25 गेंद, तीन चौके, 17 रन) ने कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन उनके पास उमरान की रफ्तार का कोई जवाब नहीं था। उमरान ने निचले क्रम के दोनों बल्लेबाजों को बैकवर्ड पॉइंट पर खड़े अक्षर पटेल के हाथों कैच आउट करवाया।
अंत में डुनिथ वेलालगे और कसुन रजिता ने नौंवे विकेट के लिये 38 रन की साझेदारी करके श्रीलंका को 215 रन तक पहुंचाया। रजिता 17 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि सिराज ने 40वें ओवर की तीसरी और चौथी गेंद पर वेलालगे (32) और लहिरू कुमारा को आउट करके श्रीलंंका की पारी समाप्त की।सिराज ने तीन विकेट लेते हुए अपने 5.4 ओवरों में 30 रन दिये। कुलदीप ने 10 ओवर में 51 रन देकर तीन विकेट लिये, जबकि उमरान को दो और अक्षर को एक विकेट हासिल हुआ।
भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी शुरुआत की, हालांकि श्रीलंकाई गेंदबाजों ने जल्द ही मैच पर पकड़ बनाना शुरू कर दी। रोहित ने पारी की दूसरी गेंद पर आगे बढ़कर चौका लगाया, जबकि गिल ने अगले ओवर में चौका लगाकर अपना खाता खोला। चमिका करुणारत्ने ने रोहित को 17 रन के स्कोर पर विकेटकीपर कुसल मेंडिस के हाथों कैचआउट करवाकर श्रीलंका को पहली सफलता दिलाई। शुभमन गिल ने अगले ओवर में लगातार दो चौके जड़े लेकिन ओवर की तीसरी गेंद पर वह गेंद को सीधा मिडविकेट के हाथों में मार बैठे। पिच ने हरकत करना शुरू की और विराट कोहली (चार) लहिरू की गेंद को विकेटों पर खेल बैठे। श्रेयस अय्यर ने 33 गेंदों पर 28 रन बनाते हुए चार शानदार चौके जड़े मगर वह भी कसुन रजिता की गेंद पर पगबाधा हो गये।
पिच के धीमा पड़ने के बाद राहुल ने पांड्या के साथ साझेदारी करके पारी को संभाला। दोनों ने मिलकर पांचवें विकेट के लिये 119 गेंदों पर 75 रन जोड़े। राहुल ने इस साझेदारी में 66 गेंदों पर 34 रन का योगदान दिया, जबकि पांड्या ने तेज खेलते हुए 53 गेंदों पर चार चौके लगाकर 36 रन बनाये।
जब भारत को 15 ओवर में 51 रन चाहिये थे तब अक्षर पटेल ने 21 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के के साथ 21 रन बनाकर मुकाबले को अपनी टीम के पक्ष में झुका दिया। अक्षर भले ही 40वें ओवर में आउट हो गये मगर राहुल और कुलदीप यादव (10 नाबाद) ने भारत को सीरीज विजय तक पहुंचा दिया।(वार्ता)