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Last Updated : शुक्रवार, 13 जनवरी 2023 (13:57 IST)

103 गेंदें 64 रन, 6 चौके, धीमी लेकिन संयम भरी नाबाद पारी खेल केएल राहुल बने भारत की जीत के हीरो

103 गेंदें 64 रन, 6 चौके, धीमी लेकिन संयम भरी नाबाद पारी खेल केएल राहुल बने भारत की जीत के हीरो - KL Rahul scores a match winning fifty against Srilanka after ages
लंबे समय से अपनी बुरी फॉर्म को लेकर चर्चा में रहे केएल राहुल उस समय क्रीज पर आए थे जब भारत62 रनों पर 3 विकेट गंवा चुका था। लेकिन वनडे क्रिकेट में वह मध्यक्रम में हमेशा बेहतर खेलते हैं वह आज उन्होंने मैच विजयी पारी खेलकर बताया। केएल राहुल ने 103 गेंदो में 6 चौकों की मदद से नाबाद 64 रन बनाए। 
 
लंबे समय बाद केएल राहुल से एक ऐसी पारी देखने को मिली जब टीम मुसीबत में थी और उन्होंने अपने विकेट की कीमत पहचानी और धीमी लेकिन संयम भरी पारी खेलकर भारत की जीत और सीरीज जीत सुनिश्चित की। यह ही कारण रहा कि केएल राहुल का नाम ट्विटर पर जीत के बाद ट्रेंडिंग होने लगा।


पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने से अपने खेल को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिली: राहुल
 
सीनियर बल्लेबाज लोकेश राहुल ने संकेत दिए हैं कि कप्तान रोहित शर्मा चाहते हैं कि वह पांचवें नंबर पर टीम के मुख्य बल्लेबाज बनें जिससे बीच के ओवरों में उनकी बल्लेबाजी बेहतर होगी औ साथ ही इस विकेटकीपर बल्लेबाज को स्पिन के खिलाफ बेहतर बल्लेबाजी करने में मदद मिलेगी।
 
राहुल ने यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में 103 गेंद में नाबाद 64 रन की पारी खेली जिससे भारत ने श्रीलंका को चार विकेट से हराया।
 
राहुल ने मैच के बाद कहा, ‘‘पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने से मुझे अपने खेल को बेहतर तरीके से समझने मे मदद मिली। पांचवें नंबर पर आपको क्रीज पर उतरते ही स्पिन गेंदबाजी का सामना करना पड़ता है। मैं बल्ले पर गेंद का आना पसंद करता हूं लेकिन रोहित स्पष्ट था कि वह चाहता है कि मैं पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करूं इसलिए मैं ऐसा करने का प्रयास कर रहा हूं।’’
 
राहुल को भी पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद है क्योंकि इससे उन्हें विकेटकीपिंग करने के बाद आराम करने का समय मिल जाता है और उन्हें तुरंत पैड पहनकर बल्लेबाजी के लिए उतरने की जल्दबाजी नहीं होती।
उन्होंने कहा, ‘‘पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की अच्छी चीज यह है कि आपको जल्दबाजी नहीं करनी होगी। आप नहा सकते हैं, पैर ऊपर रखकर बैठक सकते हैं और मैच देख सकते हैं। लेकिन मैं हमेशा सोचता हूं कि टीम को मेरे से क्या जरूरत है। अगर आप स्थिति को पढ़कर मैदान पर उतरते हैं तो इससे आपको और टीम को मदद मिलती है।’’
 
राहुल ने कहा कि भारत शुरुआत में 280 से 300 रन के लक्ष्य का पीछा करने के बारे में सोच रहा था क्योंकि यह बल्लेबाजी के लिए अच्छा विकेट था। उन्होंने श्रीलंका को 39.4 ओवर में 215 रन पर समेटने का श्रेय मेजबान टीम के गेंदबाजों को दिया।
 
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कहूंगा कि यह सपाट विकेट था या इससे गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही थी और बल्लेबाजी करना असंभव था। जब श्रीलंका ने शुरुआत की तो मैंने सोचा कि यह 280 से 300 रन का विकेट है लेकिन हमारे गेंदबाजों ने काफी अच्छी गेंदबाजी करते हुए उन्हें 220 रन के आसपास रोक दिया।’’
वनडे में दो भूमिका निभाने से राहुल को कोई शिकायत नहीं
 
केएल राहुल को वनडे में विकेटकीपर-बल्लेबाज की दोहरी भूमिका निभाने के लिये कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है लेकिन उन्हें इसके लिये कोई शिकायत नहीं है क्योंकि उनकी प्राथमिकता अंतिम एकादश में बने रहना है।
 
टेस्ट में राहुल भारत के लिये नियमित रूप से सलामी बल्लेबाज के स्थान पर खेलते हैं। लेकिन अब चोटिल ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में उन्हें विकेटकीपिंग की भूमिका निभानी पड़ रही है और साथ ही उन्हें बल्लेबाजी क्रम में भी पांचवें नंबर पर उतारा जा रहा है क्योंकि शुभमन गिल सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेल रहे हैं।
 
राहुल ने कहा कि टीम इस बारे में काफी स्पष्ट है कि वह उनसे क्या भूमिका चाहते हैं।उन्होंने यहां श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में जीत से तीन मैचों की श्रृंखला जीतने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘निश्चित रूप से, मैंने यह अब करीब दो साल तक ऐसा किया है। 2019 के अंत से पूरे 2020 तक और 2021 में भी कुछ मैचों में भी। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘टीम ने मुझे इस स्थान पर और इस भूमिका में रमने के लिये समय दिया है। जब आपको अपने कप्तान और कोच का साथ मिले तो इससे आपको फोकस करने में मदद मिलती है और टीम भी यही चाहती है। ’’
 
राहुल ने कहा, ‘‘हां, मैं अन्य प्रारूपों में जो करता हूं, यह उससे अलग है जिससे मैं हमेशा सतर्क रहता हूं, इससे मुझे चुनौती मिलती है, यह अलग भूमिका है जिससे मुझे अपना खेल बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है। ’’
 
राहुल को इस अतिरिक्त जिम्मेदारी के लिये अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे थोड़ा अलग करना पड़ रहा है क्योंकि मुझे मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिये आना होता है। विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी शरीर के लिये थोड़े ज्यादा थकाऊ हो सकती है क्योंकि मैंने यह ज्यादा लंबे समय के लिये नहीं किया है। मैंने सफेद गेंद के क्रिकेट में यह कभी कभार ही किया है। ’’