मुंबई। भारत ने न्यूजीलैंड के सामने 540 रन का विशाल लक्ष्य रखने के बाद तीसरे दिन उसके 5 विकेट चटकाकर दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में रविवार को यहां बड़ी जीत की तरफ कदम बढ़ाए।
न्यूजीलैंड ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में 5 विकेट पर 140 रन बनाए हैं और वह लक्ष्य से अभी 400 रन दूर है। दोनों टीम के बीच कानपुर में खेला गया पहला मैच ड्रॉ रहा था।
अपनी पहली पारी में 325 रन बनाने वाले भारत ने अपनी दूसरी पारी 7 विकेट पर 276 रन पर समाप्त घोषित की। न्यूजीलैंड की टीम पहली पारी में केवल 62 रन पर आउट हो गई थी।
न्यूजीलैंड के बल्लेबाज सहजता से बल्लेबाजी नहीं कर पाये। डेरेल मिचेल ने जरूर 92 गेंदों पर 60 रन की पारी खेली। स्टंप उखड़ने के समय हेनरी निकोल्स 36 और रचिन रविंद्र दो रन पर खेल रहे थे। भारत की तरफ से ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 27 रन देकर तीन और बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने 42 रन देकर एक विकेट लिया है।
अश्विन ने कार्यवाहक कप्तान और अपने प्रिय शिकार टॉम लैथम (6) को चाय के विश्राम से पहले पगबाधा आउट किया जिसमें बल्लेबाज ने रिव्यू भी गंवाया। यह आठवां अवसर है जबकि अश्विन ने लैथम को पवेलियन भेजा।
अश्विन ने चायकाल के बाद दूसरे सलामी बल्लेबाज विल यंग (20) को शार्ट लेग पर कैच कराया। विराट कोहली का रिव्यू लेने का फैसला तब सही साबित हुआ था। अश्विन का इस वर्ष यह 50वां टेस्ट विकेट था। किसी एक कैलेंडर वर्ष में चौथी बार उन्होंने 50 से अधिक विकेट लिये जो कि भारतीय रिकार्ड है।
न्यूजीलैंड के सबसे अनुभवी बल्लेबाज रोस टेलर (6) ने अपना विकेट इनाम में दिया। वह अश्विन की ऑफ ब्रेक को नहीं समझ पाये और उसे हवा में लहरा बैठे।
मिचेल और हेनरी निकोल्स ने इसके बाद चौथे विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी की। मिचेल ने बीच बीच में आक्रामक तेवर भी अपनाये। फिर चाहे वह अक्षर पटेल पर लांग ऑन पर लगाया गया दर्शनीय छक्का हो या उमेश यादव पर लगातार दो चौके जिनसे उन्होंने अपना अर्धशतक भी पूरा किया।
आखिर में अक्षर ने मिचेल की एकाग्रता भंग करके उन्हें सीमा रेखा पर जयंत यादव के हाथों कैच कराया। टॉम ब्लंडेल (शून्य) आते ही रन आउट हो गए।
इससे पहले भारत ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। उसकी तरफ से दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल (108 गेंदों पर 62), चेतेश्वर पुजारा (97 गेंदों पर 47), शुभमन गिल (75 गेंदों पर 47), अक्षर पटेल (26 गेंदों पर नाबाद 41) और कप्तान विराट कोहली (84 गेंदों पर 36) ने उपयोगी योगदान दिया।
न्यूजीलैंड की तरफ से पहली पारी में 119 रन देकर सभी 10 विकेट लेने वाले स्पिनर ऐजाज पटेल ने दूसरी पारी में 106 रन देकर चार जबकि रचिन रविंद्र ने 56 रन देकर तीन विकेट लिये। पटेल ने इस तरह से मैच में 225 रन देकर 14 विकेट लिए। यह भारत के खिलाफ किसी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
पटेल के 10 विकेट के कारनामे के बावजूद न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का आत्मविश्वास डगमगाया हुआ था। भारत की तरफ से 70 ओवर में 25 चौके और 11 छक्के लगे। आलम यह था कि रिद्धिमान साहा (13) को छोड़कर भारत के प्रत्येक बल्लेबाज ने छक्का जड़ा। अकेले अक्षर पटेल ने अपनी तूफानी पारी में तीन चौके और चार छक्के लगाये। श्रेयस अय्यर ने आठ गेंदों पर 14 रन की अपनी पारी में दो छक्के जड़े।
भारत ने न्यूजीलैंड को पहली पारी में केवल 28 ओवर में आउट कर दिया था लेकिन कप्तान कोहली स्वयं को और उन बल्लेबाजों को मौका देना चाहते थे जो फॉर्म में नहीं थे और इसलिए उन्होंने कीवी टीम को फॉलोआन नहीं दिया।
पुजारा ने इसका कुछ फायदा उठाया। उन्होंने अग्रवाल के साथ पहले विकेट के लिए 107 रन की साझेदारी करके टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। पहली पारी में 150 रन बनाने वाले अग्रवाल ने फिर से दर्शनीय अर्द्धशतकीय पारी खेली।
चोटिल होने के कारण शनिवार को पारी का आगाज नहीं करने वाले गिल और कोहली ने तीसरे विकेट के लिये 82 रन जोड़े। भारतीय कप्तान का विल सोमरविले पर लगाये गये छक्के को छोड़ दिया जाए तो वह अपनी पारी के दौरान सहज नहीं दिखे। उन्होंने आखिर में रविंद्र की गेंद अपने विकेटों पर खेली।
पुजारा ने हालांकि अपने रक्षात्मक अंदाज के विपरीत 2 बार फ्लाइट लेती गेंद पर आगे बढ़कर मिडविकेट क्षेत्र में चौके लगाए। वह हालांकि अर्द्धशतक पूरा नहीं कर पाए। पटेल की फुललेंथ गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकिर स्लिप में रोस टेलर के सुरक्षित हाथों में चली गयी।
अग्रवाल ने इससे पहले पटेल पर एक्स्ट्रा कवर पर छक्का जड़कर अर्द्धशतक पूरा किया। वे मैच में दूसरा शतक पूरा करने की स्थिति में दिख रहे थे लेकिन पटेल पर एक और छक्का जड़ने के प्रयास में उन्होंने लांग ऑफ पर यंग को कैच थमा दिया।