लॉर्ड्स की हरी पिच के फोटो छाए सोशल मीडिया पर, अंग्रेजों का अंतिम हथियार
ENGvsIND भारत और इंग्लैंड सीरीज में 1-1 की बराबरी हो जाने के बाद गुरूवार से ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में 'एडवांटेज लॉर्ड्स' के लिए उतरेंगे। जीतने वाली टीम को सीरीज में 2-1 की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हो जायेगी।पहला टेस्ट हारने के बाद भारतीय टीम ने दूसरे टेस्ट में जबरदस्त वापसी करते हुए रनों के लिहाज से 336 रन से विदेशी जमीन पर अपनी सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। दूसरा मैच हारने के बाद इंग्लैंड की टीम भी वापसी करने के लिए बेताब होगी और इसके लिए उसने लॉर्ड्स में तेज और उछाल वाली पिच रखने को अपना लक्ष्य बनाया है।जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खासी वायरल हो गई हैं।
इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए तेज और उछाल भरी 'जीवंत पिच' की मांग की है। इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम का मानना है कि एजबस्टन में तैयार की गई 'उपमहाद्वीप जैसी' पिच और टॉस पर गेंदबाजी चुनने का इंग्लैंड का फैसला भारत के पक्ष में गया। वे गुरुवार से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में घरेलू हालात का बेहतर फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। वे अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव करने पर भी विचार कर रहे थे और अंत में जोफ्रा आर्चर को टेस्ट टीम में शामिल कर लिया गया।
इस बार मौसम का पूर्वानुमान ठीक-ठाक है, तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। मंगलवार को पिच पर हल्की हरी घास दिख रही थी और बल्लेबाज़ी कोच सितांशु कोटक के अनुसार यह पिच 'चुनौतीपूर्ण' होने वाली है।
भारत के तेज गेंदबाजों मोहम्मद सिराज और आकाशदीप सिंह ने दूसरे टेस्ट में शानदार गेंदबाजी करते हुए कुल 17 विकेट लिए थे। सिराज ने पहली पारी में छह विकेट और आकाशदीप ने दूसरी पारी में छह विकेट झटके थे। उनके प्रदर्शन ने भारत की जीत के लिए आधार तैयार किया था।तीसरे मुकाबले में भारत को अपने ट्रम्प कार्ड जसप्रीत बुमराह की वापसी से मजबूती मिलेगी। बुमराह ने पिछली बार 24 जून को हेडिंग्ले टेस्ट के दौरान गेंदबाजी की थी। उस टेस्ट में उन्होंने कुल 43.4 ओवर फेंके थे। उस दौरान उन्होंने पहली पारी में पांच विकेट लिए और दूसरी पारी में विकेट रहित रहे। कमर की परेशानी को देखते हुए उन्हें एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में पांच में से तीन टेस्ट खेलने की सलाह दी गई थी।
इसी वजह से उन्होंने बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट से बाहर रहने का फ़ैसला किया। इस फैसले की काफी आलोचना हुई, क्योंकि कई लोगों को डर था कि भारत 0-2 से पीछे हो सकता है। एक अनुभवहीन तेज गेंदबाजी आक्रमण के साथ इंग्लैंड को फायदा मिलने के काफी आसार थे।लेकिन वो आशंका ग़लत साबित हुई। भारत ने बर्मिंघम में दबदबे वाली जीत के साथ सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। इसके बाद शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टीम मंगलवार को लॉर्ड्स में अपने पहले अभ्यास सत्र के लिए एक सहज और आत्मविश्वासी माहौल में पहुंची। सबसे ज्यादा सहज बुमराह दिखे, जो इंग्लैंड दौरे की शुरुआत से ही अभ्यास सत्रों में चुलबुले और मजाकिया मूड में रहे हैं।
लेकिन गेंद हाथ में आते ही बुमराह की गंभीरता और तीव्रता में कोई कमी नहीं थी। उन्होंने बिना कोई ब्रेक लिए लगभग एक घंटे तक गेंदबाजी की। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा कि कई प्रमुख भारतीय बल्लेबाज वैकल्पिक अभ्यास सत्र से आराम पर थे। गैरहाजिर खिलाड़ियों में शुभमन गिल, केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत, वॉशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज और आकाश दीप शामिल थे। लेकिन बुमराह ने करुण नायर, बी. साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन और ध्रुव जुरेल की तकनीक और धैर्य की कड़ी परीक्षा ली।
बल्लेबाजी फिलहाल भारत का मजबूत पक्ष है। यशस्वी जायसवाल, राहुल और कप्तान शुभमन गिल की तिकड़ी एक बार फिर रनों का अम्बार लगाने के लिए तैयार है। ऋषभ पंत इस त्रिकोण में चौथे कोण का काम करते हैं। गिल ने दूसरे टेस्ट में पहली पारी में 269 रन और दूसरी पारी में 161 रन बनाये थे। पंत ने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक बनाये थे। रवींद्र जडेजा दूसरे टेस्ट में दोनों पारियों में अर्धशतक बनाकर मध्य क्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।बुमराह को पिचों से ज्यादा फर्क कभी नहीं पड़ा। गुरुवार को जब वह गेंद हाथ में लेंगे, तो उनकी आंखों में चमक होगी। जैसे वह उसी पुरानी याद को फिर से जीने जा रहे हों।