वनडे में भी किलर बने मिलर, दक्षिण अफ्रीका ने भारत को दिया 250 रनों का लक्ष्य
टी-20 के बाद अब वनडे में डेविड मिलर टीम इंडिया के किलर साबित हो रहे हैं। लखनऊ में जारी वर्षा बाधित मैच में डेविड मिलर और हेनरी क्लासें की अविजित शतकीय साझेदारी ने इकाना स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका को भारत के खिलाफ 3 विकेट पर 40 ओवरों में 249 रनों तक पहुंचा दिया।
अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पर शिखर धवन की अगुवाई वाली भारतीय टीम को जीत के लिये 40 ओवर में 6.2 रन प्रति ओवर की दर से 250 रन बनाने होंगे। मेहमान टीम के बड़े स्कोर तक पहुंचने का एक कारण लचर क्षेत्ररक्षण भी रहा जिसके चलते डेथ ओवरों में डेविड मिलर को न सिर्फ तीन जीवनदान मिले बल्कि जम कर रन भी लुटाये गये। पारी के 37वें ओवर में मोहम्मद सिराज की गेंद पर रुतुराज गायकवाड़ ने मिलर का कैच टपकाया जबकि अगले ओवर में आवेश खान की दो लगातार गेदों पर पहले मोहम्मद सिराज और फिर रवि बिश्नोई ने आसान से कैच गिराकर रही सही कसर पूरी कर दी।
मिलर और क्लासेन की जोड़ी ने भारत के लचर क्षेत्ररक्षण का भरपूर फायदा उठाया और पांचवें विकेट के लिये उपयोगी 139 रन जोड़े। मिलर ने अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान 63 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्के जड़े वहीं दूसरे छोर पर क्लासेन ने छह चौके और दो छक्के जमाये। भारत की ओर से शार्दुल ठाकुर 35 रन देकर दो विकेट चटका कर सबसे असरदार साबित हुए, जबकि रवि बिश्नोई 69 रन पर एक विकेट चटका कर सबसे महंगे साबित हुए। कुलदीप यादव ने 39 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
एक समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 22.2 ओवर में चार विकेट पर 110 रन था। क्विंटन डी कॉक (49) का विकेट गिरने के बाद क्रीज पर आये मिलर ने रनगति को तेज किया और क्लासेन के साथ महज 17.4 ओवरों में 7.86 रन प्रति ओवर की गति से टीम के स्कोर को चुनौतीपूर्ण बनाया।
इससे पहले, खराब मौसम के कारण मैच निर्धारित समय से करीब दो घंटे की देरी से शुरू हुआ और ओवरों की संख्या घटाकर 40-40 कर दी गयी। कप्तान शिखर धवन ने टॉस जीतकर मेहमान टीम को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। भारत ने अंतिम एकादश में रुतुराज गायकवाड़ और रवि बिश्नोई को अपना पदार्पण मैच खेलने का मौका दिया है, वहीं दक्षिण अफ्रीका ने अपने चोटग्रस्त खिलाड़ी ड्वेन प्रिटोरियस के स्थान पर मार्को जैनसेन को अंतिम एकादश में शामिल किया है।
टी-20 वर्ल्ड कप में चोटिल जसप्रीत बुमराह के स्थान पर भारतीय टीम में जगह बनाने से चूके मोहम्मद सिराज ने आवेश खान के साथ गेंदबाजी आक्रमण की शुरूआत की और पिच में व्याप्त नमी का पूरा फायदा उठाते हुए दक्षिण अफ्रीका के ओपनर जानेमन मलान और क्विंटन डी कॉक को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। दोनो गेंदबाजों की खतरनाक स्विंग से मेहमान खिलाड़ी कई मौकों पर असहज नजर आये।
मैच के दसवें ओवर में कप्तान धवन ने अपना पदार्पण एकदिवसीय मैच खेल रहे फिरकी गेंदबाज रवि बिश्नोई को गेंद थमाई, मगर बिश्नोई अनुभवी जोड़ी के सामने शुरूआती ओवरों में बेअसर साबित हुए। दूसरे छोर पर शार्दुल ठाकुर की गेंदो से बल्लेबाज परेशानी में रहे और अंतत: 13वें ओवर की पहली गेंद पर शार्दुल को मलान (22) के तौर पर पहली सफलता मिली। मलान का कैच मिड विकेट पर खड़े श्रेयस अय्यर ने लपका। दक्षिण अफ्रीका ने अपने 50 रन 78 गेंदें खेलकर पूरे किये जबकि 100 रन 20.4 ओवर के खेल में पूरे किये।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा का संघर्ष मौजूदा टूर में एकदिवसीय शृंखला में भी जारी रहा और वह एक बार फिर दहाई के निजी स्कोर तक पहुंचने में नाकाम रहे। बावुमा को आठ रन के निजी स्कोर पर शार्दुल ने क्लीन बोल्ड करके पवेलियन वापस पहुंचाया।
खर्चीले साबित हो रहे बिश्नोई के स्थान पर धवन ने लोकल ब्वाय कुलदीप को गेंद थमाई जिन्होंने अपने पहले ही ओवर में नये बल्लेबाज एडेन मार्कराम को शून्य पर आउट कर मेहमान टीम को एक और झटका दिया।
एक छोर पर भारतीय खेमे के लिये खतरनाक साबित हो रहे डि कॉक को रवि बिश्नोई ने अपने दूसरे स्पेल में पगबाधा आउट किया। मेहमान ओपनर ने बिश्नोई की गेंद को रिवर्स स्वीप करने का प्रयास किया मगर गेंद उनके पैड से टकरा गयी। डि कॉक ने मैदानी अंपायर के फैसले को चुनौती देते हुये डीआरएस लिया मगर परिणाम उनके पक्ष में नहीं गया। वनडे इंटरनेशनल करियर में बिश्नोई का यह पहला विकेट था।