13 कैच टपकाए चेन्नई ने, पूरे IPL 2025 में सबसे फिसड्डी फील्डिंग
चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने इंडियन प्रीमियर लीग मैच में मंगलवार को यहां पंजाब किंग्स के खिलाफ 18 रन की हार के बाद कहा कि उनकी टीम को खराब क्षेत्ररक्षण का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।सुपरकिंग्स ने पिछले कुछ मुकाबलों में लगातार कैच टपकाए हैं जिनकी संख्या 13 हो चुकी है और मंगलवार को मैच की दूसरी ही गेंद पर प्रियांश आर्य को जीवनदान दिया जिन्होंने शानदार शतक जड़ा।
पंजाब किंग्स के 220 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सुपरकिंग्स की टीम सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे (69 रन, 49 गेंद, छह चौके, दो छक्के) के अर्धशतक और शिवम दुबे (42) के साथ तीसरे विकेट की उनकी 89 रन की साझेदारी के बावजूद पांच विकेट पर 201 रन ही बना सकी।
पंजाब किंग्स ने इससे पहले खराब शुरुआत से उबरते हुए छह विकेट पर 219 रन बनाए। आईपीएल इतिहास का संयुक्त रूप से चौथा सबसे तेज शतक जड़ने वाले प्रियांश आर्य ने 42 गेंद में नौ छक्कों और सात चौकों से 103 रन की पारी खेली। उन्होंने शशांक सिंह (नाबाद 52) के साथ उस समय छठे विकेट के लिए 34 गेंद में 71 रन की साझेदारी की जब टीम 83 रन पर पांच विकेट गंवाकर संकट में थी।
गायकवाड़ ने कहा कि पिछले कुछ मैच में क्षेत्ररक्षण ने अंतर पैदा किया है।गायकवाड़ ने मैच के बाद कहा, पिछले चार मैच में यही (कैच छोड़ना) एकमात्र अंतर है। यह बहुत महत्वपूर्ण रहा है। हर बार जब हम कैच छोड़ते हैं तो वही बल्लेबाज 20, 25 या 30 रन अतिरिक्त बना देता है। यदि आप आरसीबी के मैच को छोड़ दें तो पिछले तीन मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए यह एक या दो या तीन बड़े शॉट की बात थी।
उन्होंने कहा, कभी-कभी आपको प्रियांश के खेलने के तरीके की सराहना करनी होगी। उसने अपने मौकों का फायदा उठाया। यह उच्च जोखिम वाली बल्लेबाजी थी और यह उसके लिए काफी अच्छा रहा। भले ही हम विकेट ले रहे थे लेकिन उन्होंने रन गति बनाए रखी।
गायकवाड़ ने कहा कि उनकी बल्लेबाजी अच्छी थी लेकिन क्षेत्ररक्षण में रन अधिक दे दिए।उन्होंने कहा, हम 10-15 रन कम दे सकते थे, अगर हमने अच्छा प्रदर्शन किया होता और यह कैच छोड़ने के कारण ही होता है। आज बल्लेबाजी के नजरिए से शानदार प्रदर्शन रहा। यही हम चाहते थे। हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और पावरप्ले शानदार रहा। यह एक बेहतर प्रदर्शन था और कई सकारात्मक बातें थीं।