जड्डू बाहर, यूजी अंदर! क्या कन्कशन के नियम को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया कोहली ने?
भारत के पहले कन्कशन सब्सटीट्यूट बने चहल
कैनबरा: टीम इंडिया के लेग स्पिनर युवजेंद्र चहल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 मैच के दौरान शुक्रवार को कन्कशन सब्सटीट्यूट बनने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बन गए। भारत ने यह मैच 11 रन से जीतकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।यह नियम भारत के लिए हार और जीत का अंतर साबित हुआ क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो जडेजा उस स्तर की गेंदबाजी नहीं कर पाते जैसी चहल ने की।
कैसे मैदान पर आए चहल ?
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 मुकाबले के लिए चहल को अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया था। लेकिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को बल्लेबाजी के दौरान सिर में चोट लग गयी थी और वह फील्डिंग करने नहीं उतरे। टीम ने जडेजा की जगह कन्कशन सब्सटीट्यूट के रुप में चहल को शामिल किया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमानुसार कोई भी टीम कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर ही किसी अन्य खिलाड़ी को टीम में शामिल कर सकती है।
ऑस्ट्रेलियाई कोच लैंगर दिखे बेहद नाराज
हालांकि इस फैसले का ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लेंगर ने विरोध किया और उनकी मैच रेफरी डेविड बून के साथ बहस भी हुई। लेकिन लेंगर के विरोध को खारिज करते हुए चहल को टीम में शामिल करने की मंजूरी दी गयी।कोच जस्टिन लैंगर का यह मानना था कि अंतिम ओवर में जडेजा चोट लगने के बाद भी बल्लेबाजी करते रहे बल्कि उन्होंने चौका भी जड़ा। अगर उनकी चोट इतनी ही गंभीर थी तो उन्हें अंतिम 3 गेंदे भी नहीं खेलनी चाहिए थी। हालांकि इसका मैच रेफरी डेविड बून पर कोई असर नहीं हुआ।
बाहर बैठे चहल बने मैन ऑफ द मैच
चहल को टीम में शामिल करना टीम इंडिया के लिए फायदेमंद रहा और उन्होंने चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट झटके तथा चुनौतीपूर्ण स्कोर का बचाव करते हुए मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया। चहल ने कप्तान आरोन फिंच (35), स्टीवन स्मिथ (12) और मैथ्यू वेड (सात) के विकेट लिए। चहल को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला।
बल्ले से जडेजा, गेंद से चहल , भारत के हुए व्यारे न्यारे
गौर करने वाली बात यह है कि जडेजा बल्ले से अपना काम कर गए थे और उसके बदले जो भारत ने खिलाड़ी खिलाया वह एक स्पिन गेंदबाज था जिसकी अगली पारी में बेहद जरूरत पड़ने वाली थी क्योंकि पिच स्पिन की मदद गार थी। सोशल मीडिया पर कई लोगों का मानना है कि कोहली ने बड़ी ही चालाकी से इस नियम का फायादा उठाया है।
कन्कशन सब्सटीट्यूट हमारे लिए फायदेमंद रहाः विराट
ऑस्ट्रेलिया को पहले टी-20 मुकाबले में 11 रन से हराने के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने शुक्रवार को कहा कि कन्कशन सब्सटीट्यूट टीम के लिए फायदेमंद रहा।भारत ने सात विकेट पर 161 रन बनाए जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम 20 ओवर में सात विकेट पर 150 रन ही बना सकी।
विराट ने मैच के बाद कहा, “चहल को मैच में लेने का कोई विचार नहीं था। कन्कशन सब्सटीट्यूट अजीब है लेकिन इस मैच में यह हमारे लिए फायदेमंद रहा। चहल ने अपने प्रदर्शन से विपक्षी टीम को लड़खड़ा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि पारी की अच्छी शुरुआत की थी।”
आप डॉक्टर की राय को चुनौती नहीं दे सकते: फिंच
भारत के खिलाफ पहले टी-20 मुकाबले में मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को रवींद्र जडेजा की जगह कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर भारतीय टीम में शामिल किये जाने पर शुक्रवार को कहा कि आप डॉक्टर की राय को चुनौती नहीं दे सकते।
चहल ने 25 रन पर तीन विकेट लेकर मध्य ओवरों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। फिंच ने मैच के बाद इस सन्दर्भ में कहा, “टीम इंडिया के डॉक्टर ने रवींद्र जडेजा को कन्कशन के कारण बाहर कर दिया। आप मेडिकल विशेषज्ञ की राय को चुनौती नहीं दे सकते।” जडेजा को भारतीय पारी के दौरान बल्लेबाजी करते समय सिर में चोट लगी थी और वह ऑस्ट्रेलिया की पारी में फील्डिंग करने नहीं उतरे।
क्या कहता है नियम ?
नियम के मुताबिक सिर पर चोट लगने के बाद अगर कोई खिलाड़ी मैच रेफरी से कहे कि वह खेलने में असमर्थ है तो उसी स्तर का खिलाड़ी अंतिम ग्यारह में चोटिल खिलाड़ी की जगह ले सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर बल्लेबाज चोटिल है तो बल्लेबाज ही टीम में खेलेगा। अगर ऑलराउंडर को चोट लगी है तो उसकी जगह पर आया खिलाड़ी बल्लेबाजी ही कर सकता है। यह जानकारी मैच के दौरान क्विक सिंग्लस सेक्शन में दिखाई गई थी।