लंदन: एशले जाइल्स ने इंग्लैंड टीम के एशेज प्रदर्शन की समीक्षा के लिए इंग्लैंड एंड वेल्स बोर्ड (ईसीबी) बोर्ड की बैठक के बाद इंग्लैंड पुरुष क्रिकेट के प्रबंध निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल अंतरिम आधार पर जाइल्स की जगह एंड्रयू स्ट्रॉस यह पद संभालेंगे, जबकि ईसीबी फुलटाइम रिप्लेसमेंट खोजने के लिए कोशिश जारी रखेगा।एशले जाइल्स कई समय तक कप्तान एंड्र्यू स्ट्रॉस की कप्तानी में खेले भी थे।
जाइल्स, जिन्होंने 2018 में स्ट्रॉस को टीम के निदेशक की भूमिका में सफल बनाया, ने कहा कि पिछले दो साल कोरोना महामारी के साथ सामने आईं कई चुनौतियों को लेकर चुनौतीपूर्ण रहे हैं, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो बायो-बबल (जैव-सुरक्षित वातावरण) में खेलने से मानसिक रूप से थकान महसूस कर रहे हैं।
जाइल्स ने इस बारे में कहा, “ पिछले कुछ साल निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण रहे हैं, लेकिन मुझे इस बात पर गर्व है कि हम सबसे मुश्किल परिस्थितियों में इतना कुछ करने में सक्षम रहे हैं। इसने निस्संदेह इंग्लैंड एंड वेल्स में खेल के भविष्य की रक्षा की है। इन चुनौतियों के बावजूद पिछले तीन वर्षों में हम 50 ओवर के विश्व चैंपियन बने, दुनिया में शीर्ष रैंकिंग वाली टी-20 टीम बने। हम अभी चौथी रैंक वाली टेस्ट टीम बने हुए हैं और हमारी पुरुष अंडर-19 टीम 24 साल बाद पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंची है। मैं अपने सभी खिलाड़ियों और कर्मचारियों के सफल भविष्य के लिए कामना करता हूं। मैं अब अगली चुनौती का सामना करने से पहले अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताने के लिए उत्सुक हूं। ”
ईसीबी के सीईओ टॉम हैरिसन ने बुधवार को एक बयान में कहा, “मैं पिछले तीन वर्षों में इंग्लैंड के पुरुष क्रिकेट में उनकी प्रतिबद्धता और योगदान के लिए एशले का बेहद आभारी हूं। पूरे खेल में उनका बहुत सम्मान किया जाता है और उन्होंने ईसीबी और इंग्लैंड के पुरुष क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान दिया है। इस सर्दी पुरुष टीम के निराशाजनक एशेज प्रदर्शन के बाद हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम अपनी टेस्ट टीम को सफल होने में सक्षम बनाने के लिए अपने खेल में परिस्थितियों को ठीक करें। ”
समझा जाता है कि हाल ही में समाप्त हुई एशेज सीरीज में इंग्लैंड के निराशाजनक प्रदर्शन के मद्देनजर संरचनात्मक परिवर्तन शुरू किए गए हैं। इंग्लैंड आॅस्ट्रेलिया से 0-4 से एशेज सीरीज हार गया था। उधर टीम के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड के पद की भी समीक्षा की जा रही है, हालांकि उनकी भूमिका जारी रखने पर निर्णय लिया जाना बाकी है।
सूत्र तो यहां तक बता रहे हैं कि जो रूट की कप्तानी भी खतरे में है हालांकि जो रूट का पिछला साल बतौर बल्लेबाज खासा अच्छा रहा था इस कारण चयनकर्ता उनसे कप्तानी से हटने के लिए नहीं कह पा रहे हैं।
साल 2021 में इंग्लैंड के कप्तान
जो रूट ने 1708 रनों का पहाड़ खड़ा किया। इस साल की शुरुआत में ही उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाया था। इसके बाद भारत के खिलाफ चेन्नई में पहले ही टेस्ट में दोहरा शतक जड़ दिया था। यह टेस्ट जो रूट का 100वां टेस्ट भी था। इसके बाद जब भारत इंग्लैंड के दौरे पर आयी तो लगातार 3 शतक लगाए थे। हालांकि एशेज में वह एक भी शतक लगाने में नाकाम रहे। वह एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक रन बनाने वाले कप्तान भी बने।जो रूट का इस साल सर्वाधिक टेस्ट स्कोर 228 का रहा। इस साल उन्होंने 6 शतक और 4 अर्धशतक जड़े।
हालांकि जब उनकी टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी तब वह कुछ खास नहीं कर पाए। बतौर कप्तान तो जो रूट की एशेज में आलोचना हुई ही सही लेकिन बतौर बल्लेबाज वह एशेज में अपना पहला शतक लगाने में भी विफल रहे।
स्टोक्स पर हैं कई लोगों की निगाहेंजो रूट के बाद अगला विश्वसनीय नाम कप्तानी में बेन स्टोक्स का ही है।बायें हाथ के बल्लेबाज और दायें हाथ से गेंदबाजी करने वाले इस 30 साल के खिलाड़ी ने रूट के पितृत्व अवकाश पर जाने के कारण इससे पहले एक टेस्ट में इंग्लैंड का नेतृत्व किया था। साल 2020 में उनकी टीम को इस मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने पिछले साल कोविड-19 के प्रकोप के कारण पूरी टीम के बदलने के बाद पाकिस्तान के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में टीम का नेतृत्व किया। इंग्लैंड ने इस श्रृंखला को 3-0 से अपने नाम किया था।हालांकि वह भी बुरे फॉर्म से गुजर रहे हैं और कह चुके हैं कि कप्तानी उनकी महत्वकांषाओं में शामिल नहीं है।