लंदन: इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की ओर से इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को आईपीएल 2022 के बाद के चरणों से बाहर रखने की उम्मीद है, ताकि वे न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज की तैयारी कर सकें, जो जून में घरेलू समर सत्र में शुरू होगी।
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला टेस्ट लॉर्ड्स में दो जून से शुरू होगा, जबकि आईपीएल की तारीखों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन संभावना है कि टूर्नामेंट 27 मार्च से शुरू होगा और मई के अंत तक चलेगा यानी इंग्लैंड-न्यूजीलैंड सीरीज का पहला टेस्ट शुरू होने से कुछ दिन पहले। समझा जाता है कि अगर इंग्लैंड के खिलाड़ी आईपीएल की पूरी अवधि में बने रहते हैं तो यह लॉर्ड्स मैच के लिए उनकी उपलब्धता पर सवाल खड़ा करेगा और निश्चित रूप से इसका मतलब होगा कि विश्व टेस्ट चैंपियन न्यूजीलैंड से भिड़ने से पहले वह अच्छी तरह से तैयार नहीं होंगे।
इंग्लैंड के खिलाड़ियों या आईपीएल टीमों को हालांकि ईसीबी की ओर से उनकी उपलब्धता के बारे में अभी तक कोई औपचारिक सूचना नहीं दी गई है। क्रिकबज के मुताबिक कई फ्रेंचाइजियां को संकेत दिया गया है कि उन्हें आईपीएल के समापन से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के चलते इंग्लैंड के खिलाड़ियों के टीम से जाने को लेकर योजना बनानी चाहिए। इंग्लैंड के कई मौजूदा टेस्ट खिलाड़ियों के करीबी सूत्रों को भी उम्मीद है कि उन्हें जल्दी वापस बुला लिया जाएगा।
फिलहाल यह देखा जाना बाकी है कि कितने खिलाड़ी इससे प्रभावित होते हैं। यह इस पर निर्भर करता है कि अगले महीने होने वाली मेगा नीलामी में किसे चुना जाता है और उन्हें कितनी जल्दी रिलीज करने के लिए कहा जाएगा। उदाहरण के लिए अगर इंग्लैंड का प्रबंधन चाहता है कि खिलाड़ी न्यूजीलैंड सीरीज से पहले कम से कम एक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप मैच खेलें, तो उन्हें 19 मई से शुरू होने वाले मैचों के लिए समय पर घर आने की आवश्यकता होगी। इससे पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप राउंड 12 मई से शुरू होगा।
इंग्लैड की टेस्ट टीम के कई अहम खिलाड़ी है आईपीएल का हिस्सासमझा जाता है कि इंग्लैंड के 20 खिलाड़ियों ने मेगा आईपीएल नीलामी के लिए पंजीकरण कराया है, जिनमें कई ऐसे भी हैं जो इंग्लैंड की हालिया टेस्ट योजनाओं में शामिल रहे हैं। जॉनी बेयरस्टो, जोस बटलर, मार्क वुड, डेविड मलान, ओली पोप, क्रेग ओवरटन, सैम बिलिंग्स और डैन लॉरेंस सभी एशेज टीम का हिस्सा थे और वर्तमान में नीलामी सूची में हैं। जोस बटलर को तो राजस्थान रॉयल्स ने पहले ही रिटेन कर लिया है, जबकि जो रूट, बेन स्टोक्स और क्रिस वोक्स पहले ही खुद को आईपीएल के लिए अनुपलब्ध बता चुके हैं।
ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने निराशाजनक एशेज दौरे के दौरान कहा था, “ लड़खड़ाती टेस्ट टीम की किस्मत को बदलने के लिए अंग्रेजी क्रिकेट को लाल गेंद से री-सेट करने की जरूरत है। यह सुनिश्चित करना कि इंग्लैंड के खिलाड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए बेहतर तरीके से तैयार हों , इस री-सेट का एक हिस्सा है। खिलाड़ियों को आईपीएल से जल्दी बाहर निकालना, ताकि उन्हें न्यूजीलैंड सीरीज से पहले कुछ रेड-बॉल मैच मिल जाएं, यह एक समझदार विचार होगा। ”
यह ईसीबी की नीति में बदलाव होगा, जिसकी पिछली सर्दियों में श्रीलंका और भारत में टेस्ट श्रृंखला के लिए खिलाड़ियों को आराम देने के लिए व्यापक रूप से आलोचना की गई थी, लेकिन उन्हीं खिलाड़ियों को पिछले साल आईपीएल में पूरी अवधि के लिए रहने की अनुमति दी गई थी। ऐसे में उन खिलाड़ियों में से कई गर्मियों में न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज से चूक गए थे, जिसे इंग्लैंड ने 1-0 से गंवा दिया था।
ईसीबी ने कहा था कि उन्होंने अपने अनुबंधित खिलाड़ियों से वादा किया था कि वे पिछले साल के आईपीएल में पूरी भूमिका निभा सकते हैं। इंग्लैंड के क्रिकेट निदेशक एश्ले जाइल्स का मानना है कि श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच होने पर भी आईपीएल के साथ उस समझौते पर वापस जाना गलत होगा।
(वार्ता)