भारत में नौकरियों को लेकर आई खुशखबरी, त्योहारी सीजन से पहले सितंबर में जॉब मार्केट में दिखी 57% की ग्रोथ
मुंबई। कोरोनाकाल में कई लोगों की नौकरियां छिन गईं और भारतीय अर्थव्यस्था डगमगा गई थी, जो अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है। इस बीच भारत में नौकरियों को लेकर एक राहत भरी रिपोर्ट सामने आई है। भारतीय रोजगार बाजार में सितंबर में सालाना आधार पर 57 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नौकरी जॉबस्पीक की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रोजगार बाजार का रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला सितंबर में लगातार तीसरे महीने जारी रहा। कुल 2,753 रोजगार नियुक्ति के साथ यह सूचकांक कोविड-पूर्व के स्तर सितंबर, 2019 की तुलना में 21 प्रतिशत बढ़ा है।
नौकरी जॉबस्पीक एक मासिक इंडेक्स है जो माह-दर-माह नौकरी डॉट कॉम वेबसाइट पर रोजगार सूची के आधार पर नियुक्ति गतिविधियों की गणना और उसे रिकॉर्ड करता है। नौकरी जॉबस्पीक का उद्देश्य विभिन्न उद्योगों, शहरों और अनुभव के स्तर पर भर्ती गतिविधि को मापना है। साल-दर-साल आधार पर अधिकांश क्षेत्रों ने आईटी (138 प्रतिशत) और आतिथ्य (82 प्रतिशत से अधिक) के नेतृत्व में महत्वपूर्ण वार्षिक वृद्धि प्रदर्शित की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय संगठनों के बीच डिजिटल रूपांतरण की हालिया लहर से तकनीकी पेशेवरों की मांग बढ़ी है। आईटी-सॉफ्टवेयर / सॉफ्टवेयर सेवा क्षेत्र में साल-दर-साल आधार पर सितंबर, 2021 में 138 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आतिथ्य यानी होटल (82 प्रतिशत) और खुदरा (70 प्रतिशत से अधिक) जैसे क्षेत्र महामारी से सबसे अधिक प्रभावित थे। सितंबर में देशभर में कई होटल और स्टोरों के फिर से खुलने के साथ वार्षिक आधार पर महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई।
सितंबर, 2020 की तुलना में शिक्षा (53 प्रतिशत), बैंकिंग/वित्तीय सेवाओं (43 प्रतिशत) और दूरसंचार/आईएसपी (37 प्रतिशत से अधिक) क्षेत्रों में भी नियुक्ति गतिविधि बढ़ी हैं। सितंबर में महानगरों ने 88 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर्ज की, जिसने दूसरी श्रेणी के शहरों को पीछे छोड़ दिया। इन शहरों में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई। नौकरी जॉबस्पीक की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त के 2,673 की तुलना में सितंबर नियुक्तियों में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नौकरी डॉट कॉम के मुख्य कारोबार अधिकारी, पवन गोयल ने कहा कि भारत में नियुक्ति में कई गतिविधियां ऐसी हो रही हैं जो पहले कभी नहीं देखी गईं। आईटी पेशेवरों की मांग के कारण त्योहारी सत्र की शुरुआत में उद्योगों में सुधार होते देखना वास्तव में खुशी की बात है।