Mutual Funds को रास आए 2 नए निवेश साधन, 2019 में 12,000 करोड़ का निवेश
नई दिल्ली। रियल एस्टेट निवेश न्यास (रीट) और बुनियादी संरचना निवेश न्यास (इनविट) जैसे नए निवेश साधनों में अब निवेशक दिलचस्पी लेने लगे हैं। म्यूचुअल फंडों ने पिछले साल इन माध्यमों में 12 हजार करोड़ रुपए का भारी-भरकम निवेश किया।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार, 2019 में म्यूचुअल फंडों ने रीट में 670 करोड़ रुपए और इनविट में 11,347 करोड़ रुपए का निवेश किया।
पिछले एक साल के दौरान रीट और इनविट में म्यूचुअल फंडों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी है। म्यूचुअल फंडों ने रीट और इनविट में जनवरी, 2019 में क्रमश: मात्र सात करोड़ रुपए और 611 करोड़ रुपए का निवेश किया था। दिसंबर, 2019 में यह निवेश बढ़कर क्रमश: 72.5 करोड़ रुपए और 948 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आवासीय खंड में संपत्तियों को बेच पाने की अक्षमता तथा संपत्तियों के दाम में धीमी वृद्धि के कारण निवेशकों की दिलचस्पी कम होते जा रही है। इससे उलट रीट से अच्छी आय प्राप्त हो रही है। ऐसे में रीट निवेश का संभावित तरजीही माध्यम बनकर उभर सकता है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों को इनविट को ऋण देने की मंजूरी देने से इनमें भी तेजी आ सकती है।
सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने पिछले साल अक्टूबर में अमेरिका में कई विदेशी निवेशकों से मिलने के बाद कहा था कि वे रीट और इनविट जैसे निवेश विकल्पों में खासी दिलचस्पी ले रहे हैं।
सेबी द्वारा इनविट पेश किए जाने के बाद दो सार्वजनिक इनविट आईआरबी इनविट फंड और इंडिया ग्रिड ट्रस्ट तथा तीन निजी इनविट इंडइंफ्राविट ट्रस्ट, इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट और ओरियंटल इंफ्राट्रस्ट सूचीबद्ध हो चुके हैं। हालांकि एम्बैसी ऑफिस पार्क्स अब तक सूचीबद्ध एकमात्र रीट है।