पायलट ने की गलत घोषणा, एटीसी ने पकड़ा
नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइन को तब शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, जब उसने अपने सहपायलट के मौजूद ना होने से अपनी एक उड़ान में हुई देरी के लिए हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) को जिम्मेदार ठहराया और इस बात का वहीं पर खुलासा हो गया।
घटना पिछले हफ्ते चेन्नई हवाईअड्डे पर हुई जिसके बाद भारतीय विमान प्राधिकरण ने एयरलाइन के सामने मामला उठाते हुए उससे उड़ानों में देरी के लिए एटीसी को गलत तरीके से दोषी ना ठहराने के लिए कहा। एक सूत्र ने कहा कि घटना को लेकर इंडिगो ने अपने पायलटों को एक ईमेल भेजकर इस तरह की चीजों से बचने के लिए कहा।
चेन्नई-मदुरै मार्ग पर जाने वाली इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई-859 की रवानगी का समय पहले ही दिन में 11 बजकर 45 मिनट से बदलकर दोपहर 12 बजकर 25 मिनट कर दिया गया था जिसकी जानकारी टेस्ट मैसेज के जरिए यात्रियों को दे दी गई थी।
सूत्र ने कहा कि पायलट-इन-कमांड ने बाद में घोषणा की कि उड़ान में और देरी होगी, क्योंकि हवाई यातायात नियंत्रक विमान को रवानगी की मंजूरी नहीं दे रहे। हालांकि कमांडर को पता नहीं था कि विमान के यात्रियों में एक एटीसी शामिल था।
एक दूसरे सूत्र ने कहा कि विमान में सवार एटीसी ने चेन्नई के एटीसी को फोन कर इस बाबत पूछा, लेकिन उसे बताया गया कि चेन्नई एटीसी ने ऐसा कुछ नहीं किया है।
इसके बाद वह एटीसी विमान के कॉकपिट में गया और पाया कि सह पायलट अपनी सीट पर नहीं है। एटीसी ने गलत घोषणा करने के लिए पायलट को फटकार लगाई, जिसके बाद कमांडर ने देरी के लिए बिना किसी शर्त के माफी मांगी और घोषणा की कि इसकी वजह सहपायलट का मौजूद ना होना है। (भाषा)