रिजर्व बैंक ने आईएमएफ के ऋण पत्र खरीदे
भारतीय रिजर्व बैंक ने 10 अरब डॉलर (45,000 करोड़ रुपए) मूल्य के ऋण पत्र खरीदने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ समझौता किया है। इसका मकसद वैश्विक ऋणदाता एजेंसी के संसाधनों में इजाफा करना है ताकि वह वित्तीय संकट से प्रभावित देशों की मदद कर सके।अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि उसने रिजर्व बैंक के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत आरबीआई 10 अरब डॉलर तक के मूल्य के ऋण पत्र खरीदेगा। इन ऋण पत्रों की परिपक्वता अवधि पाँच वर्ष होगी और उनके मूल्य विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) में अंकित होंगे। एसडीआर, आईएमएफ के लेखा की इकाई है।उधर, रिजर्व बैंक ने कहा कि समझौता मुद्रा कोष की उधार क्षमता बढ़ाने के उसके प्रयास का हिस्सा है।रिजर्व बैंक ने कहा कि कोटा और स्थायी उधारी समझौते के जरिये आईएमएफ के संसाधन में स्थायी बढ़ोतरी की उम्मीद है तथा इस बारे में फिलहाल बातचीत जारी है।शीर्ष बैंक ने कहा 'इस समझौते के साथ रिजर्व बैंक ने जी-20 के सदस्य के रूप में अपनी प्रतिबद्धता पूरी कर ली है।' पिछले वर्ष अप्रैल में जी-20 की हुई बैठक में आईएमएफ के संसाधन को बढ़ाकर 750 अरब डॉलर किए जाने पर सहमति बनी थी। (भाषा)