Last Modified: नई दिल्ली ,
सोमवार, 3 मई 2010 (11:20 IST)
म्युचवल फंड उद्योग निवेशकों में जागरुकता बढ़ाएँ
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म्युचवल फंड में निवेश के लिए ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए भारतीय म्युचवल फंड एसोसिएशन (एएमएफआई) ने उद्योग से कहा है कि उसे निवेशकों को जागरुक बनाने के लिए देशभर में जागरुकता कार्यक्रम चलाने चाहिए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष एपी कुरियन ने कहा कि हमने म्युचवल फंड उद्योग के प्रत्येक सदस्य से कहा है कि वह महीने में कम से कम चार या पाँच निवेशक जागरुकता कार्यक्रम चलाए, ताकि म्युचवल फंड उद्योग की खूबियों के बारे में आम निवेशक की जानकारी बढ सके।
उन्होंने कहा कि म्युचवल फंड उद्योग में वर्तमान में 36 सक्रिय कोष हैं। यदि वह एसोसिएशन के सुझाव पर काम करते हैं तो कुल मिलकार महीने में देशभर में निवेशक जागरुकता के 200 कार्यक्रम किये जा सकते हैं। एएमएफआई म्युचवल फंड कंपनियों का संगठन है।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर निवेशक जागरुकता के ज्यादातर कार्यक्रम महानगरों के आसपास ही किए जाते हैं, संगठन चाहता है कि अब दूसरी और तीसरी श्रेणी के छोटे शहरों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएँ।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि निवेशकों में म्युचवल फंड ज्यादा प्रचलित नहीं है। उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। म्युचवल फंड योजनाओं के फायदे और उसमें निवेश के तौर तरीकों के बारे में उनकी जानकारी काफी कम है।
कुछ निवेशकों को केवल इतना पता है कि म्युचवल फंड में निवेश केवल ब्रोकर के जरिये ही किया जा सकता है। म्युचवल फंड योजनाओं में एंट्री लोड पर रोक लगने के बाद ब्रोकर की भागीदारी इसमें घट गई है। इससे पता चलता है कि निवेशकों की रुचि कम हुई है।
उन्होंने कहा कि एएमएफआई निवेशकों को इस बारे में शिक्षित करना चाहता है कि वह म्यचुवल फंड योजनाओं में ब्रोकर की मदद के बिना भी सीधे निवेश कर सकते हैं। (भाषा)