• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. खोज-खबर
  4. »
  5. ज्ञान-विज्ञान
Written By भाषा
Last Modified: लंदन , सोमवार, 3 सितम्बर 2012 (14:27 IST)

बच्चे का वजन ज्यादा तो पढ़ाई में कमजोर

बच्चे का वजन ज्यादा तो पढ़ाई में कमजोर -
FILE
एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि सामान्य से अधिक वजन वाले बच्चों के पढ़ाई में कमजोर होने की आशंका अधिक होती है क्योंकि मोटापा उनके मस्तिष्क की क्षमता पर असर डाल सकता है

न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि सामान्य से अधिक वजन के कारण बच्चों में रक्तचाप अधिक हो जाता है, ‘बैड कोलेस्ट्रॉल’’ का स्तर बढ़ जाता है और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने वाले हार्मोन इन्सुलिन पर भी इसका असर पड़ता है।

‘द टेलीग्राफ’ की खबर में कहा गया है कि ऐसे बच्चे सोचने के मामले में कमजोर पाए गए।

यह अध्ययन उन 49 बच्चों पर किया गया जिनका वजन अधिक था, जिनका ‘गुड कोलेस्ट्रॉल’ कम और ‘बैड कोलेस्ट्रॉल’ अधिक था, उच्च रक्तचाप अधिक था और इन्सुलिन के लिए प्रतिरोधकता भी अधिक थी जो टाइप 2 मधुमेह का संकेत होता है।

अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि कुछ साल की इन समस्याओं के कारण मस्तिष्क में जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। (भाषा)