शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
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शिशु गीत : टर्रू मेंढक...

शिशु गीत : टर्रू मेंढक... - frog poem for kids
पड़ा तमाचा मछली का तो,
टर्रू मेंढक भागे।


 

 
दौड़ी मछली पीछे-पीछे,
टर्रू भाई आगे।
 
कूद-फांदकर कैसे भी वह,
जल से बाहर आए।
नदी किनारे की बालू पर,
बहुत देर सुस्ताए।
 
मछली अगर उछलती जल में,
टर्रूजी चिल्लाते।
आओ मच्छो जल के बाहर,
तुमको मजा चखाते।