कश्मीरी पंडितों ने की इसराइली फिल्मकार लापिद की आलोचना, उठाई निर्वासित किए जाने की मांग
जम्मू। घाटी में कश्मीरी पंडित समुदाय के कुछ लोगों ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को 'दुष्प्रचार वाली' और 'भद्दी' फिल्म करार देने पर इसराइली फिल्मकार नदव लापिद की मंगलवार को आलोचना की। कश्मीरी पंडितों ने लापिद को तत्काल देश से निर्वासित किए जाने की मांग की। लापिद ने फिल्म की आलोचना की है।
विवेक अग्निहोत्री निर्देशित उक्त फिल्म को भारत की 'शिंडलर लिस्ट' करार देते हुए उन्होंने लापिद से जानना चाहा कि क्या एक यहूदी के रूप में वे यहूदियों के नरसंहार पर आधारित इस अमेरिकी फिल्म के बारे में भी यही सोच रखते हैं?
विकास रैना ने कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' ने कश्मीरी पंडितों के पलायन के बारे में सच को छिपाने के लिए गढ़े गए 30 साल पुराने दुष्प्रचार को बेनकाब कर दिया। रैना के पिता अशोक कुमार रैना प्राचार्य थे और हिज्बुल मुजाहिदीन ने उनकी हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि 'द कश्मीर फाइल्स' भारत की 'शिंडलर लिस्ट' है। यह हमारा सच है।
संदीप कौल के दादा राधाकृष्ण और पिता शिबन को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने घर से बाहर निकालकर मार डाला था। कौल ने लापिद से 'द कश्मीर फाइल्स' में दर्शाई त्रासदी का मजाक उड़ाने के लिए माफी मांगने को कहा।
कौल ने कहा कि उनके बयानों ने मेरे जख्मों को कुरेदा है। मुझे और मेरी मां को पीड़ा हुई है। एक और कश्मीरी पंडित रवीन्द्र के पिता को आतंकवादियों ने मार डाला था और उनके शव के कई टुकड़े कर दिए थे। उन्होंने कहा कि लापिद का यह बयान शर्मनाक है। रवीन्द्र ने कहा कि मैं फिल्म को भद्दी और दुष्प्रचार वाली कहने के लिए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta