रविवार, 1 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. जैन धर्म
  4. Bhaktamber strotra 33
Written By

सर्व ज्वर नाशक है यह पाठ

सर्व ज्वर नाशक है यह पाठ - Bhaktamber strotra 33
मन्दार-सुंदर-नमेरु-सुपारिजात-सन्तानकादि-कुसुमोत्कर-वृष्टि-रुद्धा।
गन्धोद-बिंदु-शुभं-मन्द-मरुत्प्रपाता दिव्या दिव: पतति ते वचसां ततिर्वा।। (33)
 
सुगंधित जल बिंदुओं और मंद सुगंधित वायु के साथ गिरने वाले श्रेष्ठ मनोहर मंदार, सुंदर, नमेरु, पारिजात, संतानक आदि कल्पवृक्षों के पुष्पों की वर्षा आपके वचनों की पंक्तियों की तरह आकाश से होती है। 
ये भी पढ़ें
दुर्भिक्ष, चोरी, मिरगी आदि का निवारण करने हेतु