रविवार 30 अप्रैल को खेले गए आईपीएल के 1000वे मैच में यशस्वी जायसवाल ने एक ऐसी पारी खेली जिसने लोगों को उनकी प्रशंसा करने के लिए मजबूर कर दिया। रविवार को आईपीएल का 1000वा मैच मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था। यशस्वी ने इस मैच में एक ऐसी रोमांचक पारी खेली जिसकी प्रशंसा क्रिकेट जगत में हर जगह की गई। यह मैच इस सीजन का 42वा मैच था।
इस मैच में राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैंसला किया और मुंबई इंडियंस के सामने 213 का लक्ष्य रखा। हालांकि राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज इस स्कोर को डिफेंड करने में नाकामयाब रहे लेकिन यशस्वी की पारी ने सभी दर्शको का दिल जीत लिया लिया।
राजस्थान रॉयल्स की 212 रनों की इस पारी में सबसे बड़ा योगदान रहा बांए हाथ के सलामी बल्लेबाज, यशस्वी जायसवाल का जिन्होंने मुंबई के खिलाफ सिर्फ 62 गेंदों पर 124 रन बनाए। राजस्थान के लिए खेलने वाले किसी भी खिलाड़ी का सबसे अधिक स्कोर 124 रहा है जो यशस्वी के पहले जोस बटलर (बनाम SRH, दिल्ली, 2021) भी बना चुके हैं। 124 रनों की इस धमाकेदार पारी के साथ वे इस आईपीएल सीजन में सबसे अथिक स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं और फिलहाल ऑरेंज कैप उन्ही के पास है।
उन्होंने इस सीजन में 9 इनिंग में 47.56 की औसत से 428 रन बनाए हैं जिसमे 56 चोक्के और 18 छक्के शामिल है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ उन्ही के होम ग्राउंड में यशस्वी जायसावल ने 124 रन की जबरजस्त पारी खेल उनके चाहने वालों को खुश कर दिया।
पानी पूरी बेचने से राजस्थान रॉयल्स के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी होने तक का सफर22 साल के इस युवा खिलाड़ी का सफर बड़ा ही संघर्षपूर्ण रहा है। उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले यशस्वी जायसवाल 11 साल की उम्र में क्रिकेटर बनने के लिए मुंबई आए थे। उनका बचपन गरीबी में बीता है। मुंबई आकर उनहोने आज़ाद मैदान के सामने रामलीला के दौरान गोलगप्पे भी बेचें हैं। वे डेरी में भी काम किया करते थे लेकिन उन्हें वहां से निकाल दिए गया था,उस दौरान क्लब ने यशस्वी की मदद करने के लिए उन्हें टेंट में रहने की इज़ाज़त इस शर्त पर दी कि यशस्वी को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। यशस्वी टेंट में खाना बनाने का काम किया करते थे।
रविवार के मैच में उन्होंने पोस्ट मैच सेरेमनी में उस बीते हुए समय को याद कर कहा "उस सफर से यहां तक पहुंचकर मैं काफी इमोशनल फील कर रहा हूं. मैं आजाद मैदान में एक टीन के मकान में रहा करता था. यहां से लाइट आती थी तो सोचता था कि कभी अंदर जाने का मौका कब मिलेगा. अंदर से आने वाला शोर मुझे काफी आकर्षित करता था. अब मैं आगे के बारे में सोच रहा हूं. खुद को मानसिक तौर पर मजबूत रखने का प्रयास करता हूं. मैच के बाद के रुटीन में भी मैं खुद को डिसिप्लिन में रखने की कोशिश करता हूं."
"फिलहाल मेरा फोकस अपने गेम पर है और मैं अगे भी उसी पर काम करना चाहता हूं. जब मैंने शतक लगाया तो मुझे नहीं पता था कि गेंद बाउंड्री पार हो चुकी है. जब ऐसा हुआ तो मैने भगवान का शुक्रिया किया. मैंने हमेशा से ही ऐसा करने का सपना देखा था. केवल प्रक्रियाओं पर फोकस करना चाहता था और मेहनत भी. रिजल्ट खुद ब खुद मिल गया."
यशस्वी ने जनवरी 2019 में मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण (डेब्यू) किया था। उन्होंने 15 मैचों में 80.21 की औसत और 67.48 की स्ट्राइक रेट से 1845 रन बनाए हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 9 शतक और 2 अर्धशतक अपने नाम किये हैं। वह युथ वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी हैं। वह उस समय वह17 साल के थे।वह 2020 अंडर-19 विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने उस टूर्नामेंट में 6 मैचों में 400 रन बनाए थे जिसमे एक शतक और 4 अर्धशतक शामिल है।
कोच ने कहा प्रतिभाशाली ही नहीं मेहनती भी है यशस्वीसंगकारा ने राजस्थान रॉयल्स की मुंबई इंडियंस के हाथों छह विकेट से हार के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, वहां बेहद प्रतिभाशाली ही नहीं बल्कि कड़ी मेहनत करने वाला खिलाड़ी है। वह तैयारियों में काफी समय लगाता है और नेट्स पर काफी समय बिताता है। उन्होंने कहा, उसने तीन से चार साल हमारे साथ बिताए हैं और इससे पता चलता है कि वह अपने काम के प्रति काफी एकाग्र चित्त है और उसके प्रदर्शन से भी इसका पता चलता है।
जायसवाल ने मुंबई के खिलाफ मैच में 62 गेंदों पर 124 रन बनाए जिसमें 16 चौके और आठ छक्के शामिल हैं।संगकारा ने कहा, उसने बेहतरीन बल्लेबाजी की। वह लगभग पूरी पारी के दौरान बल्लेबाजी करता रहा। उसे केवल हमारे साथ ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अभी लंबा सफर तय करना है। उसे राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए लगातार रन बनाते रहने होंगे।
पूर्व भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह ने कहा कि जायसवाल की यह पारी उनके लिए असीम संभावनाओं के दरवाजे खोल देगी।हरभजन ने कहा, "इस शतकीय पारी ने यशस्वी जायसवाल के लिए कई दरवाजे खोल दिए हैं। वह एक मैच जिताऊ खिलाड़ी हैं। उनके पास हर तरह के शॉट हैं और सबसे महत्वपूर्ण वह एक दिलेर खिलाड़ी हैं। भारतीय क्रिकेट जायसवाल जैसे खिलाड़ियों की वजह से फल-फूल रहा है।"