यह सवाल राजस्थान के फैंस के मन में है। क्या टीम को दूसरा खिताब मिलने वाला है। जाहिर तौर पर एतिहासिक जीत से राजस्थान 1 कदम दूर है। लेकिन इस राह में सबसे बड़ा कांटा है गुजरात टाइटंस जिसके सामने टीम एक बार लीग तो दूसरी बार प्लेऑफ में घुटने टेक चुकी है।
राजस्थान के पास हैं सर्वाधिक रन बनाने और विकेट लेने वाले 2 खिलाड़ी
राजस्थान ने कितना बेहतरीन खेल दिखाया है इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि सर्वाधिक रन बनाने और विकेट लेने वाले खिलाड़ी दोनों ही राजस्थान के पास है।

जॉस बटलर ने तो अपना चौथा शतक आईपीएल 2022 में लगा दिया। ऐसे टूूर्नामेंट में जहां बल्लेबाज अपने फॉर्म के लिए जूझ रहे हो आईपीएल के पहले 35 मैचों में 3 शतक लगाना एक खास बात है। अपने 16 मैचों की 16 पारियों में जॉस बटलर 58 की शानदार औसत और 151 की बेहतरीन स्ट्राइक रेट से 824 रन बनाए हैं।
वहीं सर्वाधिक विकटों की बात करें तो यह कमाल की हैट्रिक ले चुके युजवेंद्र चहल के पास है। युजवेंद्र चहल अब तक इस सत्र में वह 16 मैचों में 64 ओवर डालकर 507 रन देकर 26 विकेट ले चुके हैं। कोलकाता के खिलाफ किया गया उनका प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है जिसमें उन्होंने 40 रन देकर 5 विकेट लिए थे।
कुछ खिलाड़ियों पर है राजस्थान की अति निर्भरता
राजस्थान इन दोनों ही खिलाड़ियों पर अति निर्भर दिखता है। बाकी खिलाड़ी लय से जूझ रहे है, जिसमें सबसे पहले नाम आता है कप्तान संजू सैमसन का। इसके अलावा देवदत्त पड्डीकल, शिमरन हिटमायर, गेंदबाजी में प्रसिद्ध कृष्णा और ट्रैंट बोल्ट। यह खिलाड़ी कभी अच्छा खेलते हैं कभी बुरा।जैसा कि कल क्वालिफायर में हुआ कि युजवेंद्र चहल और आर अश्विन विकेट नहीं निकाल पाए और प्रसिद्ध कृष्णा और डेवॉन मैकॉए ने 3-3 विकेट ले लिए।

मोस्ट वैल्यूएबल खिलाड़ी है राजस्थान रॉयल्स के पास
जॉस बटलर ना केवल औरेंज कैप होल्डर है बल्कि सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज है बल्कि सत्र के मोस्ट वैल्यूएबल खिलाड़ी भी है। अभी उनके 375 प्वाइंट्स है।
फेयर प्ले प्वाइंट्स टेबल में भी सबसे ऊपर है राजस्थान
इसके साथ ही राजस्थान के पास फेयर प्ले प्वाइंट्स टेबल में भी सबसे ऊपर स्थान है। हालांकि फाइनल में खेल भावना आपको नुकसान ही पुहंचाती है लेकिन यहां तक आकर भी इस टेबल में टॉप पर आना बड़ी बात है।
संजू सैमसन 13 बार टॉस हारे हैं फिर भी पहुंचे फाइनल में
राजस्थान के लिए एक और तारीफे काबिल बात यह है कि टीम के कप्तान को 13 बार टॉस हारना पड़ा है लेकिन फिर भी वह अपनी टीम को फाइनल में ले आए हैं। टॉस हारकर संजू हताश नहीं हुए और पहले बल्लेबाजी करने की स्थिति में टीम ने बड़ा स्कोर बनाया।