5 विकेटों से मैच जीतकर मुंबई ने चेन्नई को किया प्लेऑफ की दौड़ से बाहर
मुंबई इंडियन्स ने धारदार गेंदबाजी के बल पर सूझबूझ भरी मध्यक्रम बल्लेबाजी के बल बूते पर चेन्नई के खिलाफ मैच जीतकर उसे प्लेऑफ की दौड़ से बाहर कर दिया। गौरतलब है कि आधिकारिक रूप से प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली चेन्नई दूसरी टीम है। पहली टीम मुंबई इंडियन्स ही थी जो 37वें मैच में लखनऊ से अपना लगातार आठवां मैच हारकर आधे टूर्नामेंट में ही प्लेऑफ की होड़ से बाहर हो गई थी।
मुम्बई ने चेन्नई को 16 ओवर में मात्र 97 रन पर ढेर कर दिया और फिर 14.5 ओवर में पांच विकेट पर 103 रन बनाकर जीत अपने नाम की।मुम्बई की तरफ से डेनियल सैम्स ने 16 रन देकर तीन विकेट हासिल किये जबकि रायली मेरेडिथ और कुमार कार्तिकेय को दो-दो विकेट मिले।जसप्रीत बुमराह और रमनदीप सिंह के हिस्से में एक-एक विकेट आया। डेनियल सैम्स प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
चेन्नई के लिए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 33 गेंदों में चार चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 36 रन बनाये। ड्वेन ब्रावो ने 12 और शिवम दुबे तथा अम्बाती रायुडू ने 10-10 रन का योगदान दिया। पहले ओवर में दो विकेट गिरने के बाद चेन्नई की टीम मुकाबले में नहीं लौट सकी। रोबिन उथप्पा दूसरे ओवर में तीसरे बल्लेबाज के रूप में पवेलियन लौटे।धोनी और ब्रावो के बीच सातवें विकेट के लिए 39 रन की साझेदारी हुई।धोनी 16 वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन लेने के लिए दौड़ पड़े जबकि विकेटकीपर ईशान किशन ने सीधे थ्रो से मुकेश चौधरी को रन आउट कर दिया।
भले ही यह एक कम स्कोर वाला मैच था लेकिन रोमांच ऐसा जैसे किसी बड़े स्कोर वाले मैच में होता है। गेंद काफ़ी स्विंग कर रही थी। पहली पारी के ख़त्म होने के बाद ऐसा लगा कि यह मैच भी जल्दी ही ख़त्म हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और चेन्नई के तेज़ गेंदबाज़ों ने कमाल की गेंदबाज़ी की। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी ने 23 रन देकर तीन विकेट लिए। सिमरजीत सिंह और मोईन अली को एक एक विकेट मिला।
मुम्बई के लिए तिलक वर्मा ने 32 गेंदों में चार चौकों के सहारे नाबाद 34 रन की मैच विजयी पारी खेली। टिम डेविड ने सात गेंदों में दो छक्कों के सहारे नाबाद 16 रन बनाये। कप्तान रोहित शर्मा और ऋतिक शौक़ीन ने 18-18 रन बनाये। डेविड ने मोईन अली पर विजयी छक्का मारा।
चेन्नई के कप्तान धोनी ने जीत का श्रेय मुम्बई की गेंदबाजी को दिया। धोनी ने मैच के बाद कहा,'' मुझे लगा कि 130 से कम का कोई भी स्कोर इस पिच पर कम था। मैंने बस अपने गेंदबाज़ों से कहा कि आप मैच हारने और जीतने के बारे में मत सोचों और अपने तरीके से गेंदबाज़ी करो। ऐसा नहीं है कि हमारे पास कुछ शानदार तेज़ गेंदबाज़ों का बेंच स्ट्रेंथ था। हालांकि युवा गेंदबाज़ों ने बढ़िया गेंदबाज़ी की। उन्हें अनुभव के साथ काफ़ी कुछ सीखने को मिल रहा है। बाक़ी बचे मैचों में अगर यह दोनों गेंदबाज़ बढ़िया प्रदर्शन करते हैं तो इस सीज़न के लिए यह हमारी सकारात्क पक्षों में से एक रहेगा। हम चाह रहे हैं कि टीम में जहां भी कमी है उसे पूरा किया जाए। आज मुंबई के गेंदबाज़ों ने बढ़िया गेंदबाज़ी की। हमारे कुछ बल्लेबाज़ ऐसी गेंदों पर आउट हुए जो थोड़ा सा निराशजनक था।''