दुबई। मांकडिंग को लेकर चल रहे विवाद में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने नया मोड़ दे डाला है और उनका कहना है कि यदि बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकर छोर पर क्रीज छोड़कर आगे बढ़ता है तो रन पेनल्टी लगाई जानी चाहिए।
मांकडिंग के पूरी तरह खिलाफ और इसे खेल भावना के खिलाफ बताने वाले पोंटिंग का कहना है कि नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद डालने से पहले क्रीज से आगे निकलने वाले बल्लेबाज को रन आउट करना गलत है लेकिन इसके लिए रन पेनल्टी लगाई जानी चाहिए।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और दो बार के विश्व कप विजेता पोंटिंग ने यह माना कि नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद डालने से पहले बल्लेबाजों का आगे निकलना एक तरह की बेईमानी है लेकिन इसके लिए उन्हें रन आउट नहीं किया जाना चाहिए।
पिछले साल आईपीएल में भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपनी गेंद डालने से पहले राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को क्रीज छोड़ने पर रन आउट कर दिया था। इस तरह किसी बल्लेबाज को आउट किए जाने को मांकडिंग कहा जाता है। अश्विन के बटलर को इस तरह आउट किए जाने के बाद काफी विवाद पैदा हुआ था और अश्विन की काफी आलोचना हुई थी। कई लोगों ने इसे खेल भावना के विपरीत बताया था।
दिल्ली टीम के मौजूदा कोच ऑस्ट्रेलिया के पोंटिंग मांकडिंग से कतई सहमत नहीं थे। पोंटिंग ने हाल ही में कहा था कि वह मांकडिंग मसले पर अश्विन से बात करेंगे क्योंकि वह इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हैं और वह ऐसा अपनी टीम में नहीं होने देंगे। अश्विन इस बार दिल्ली टीम में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने हाल में कहा था कि उन्होंने टीम के कोच रिकी पोंटिंग से मांकडिंग मुद्दे पर चर्चा की है लेकिन वह जल्द ही इस बातचीत का खुलासा करेंगे।
अश्विन ने यह भी सुझाव दिया था कि गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले बल्लेबाज के क्रीज छोड़ने पर गेंदबाज को फ्री गेंद मिलनी चाहिए। अश्विन ने ट्वीट कर कहा था, गेंदबाज को फ्री बॉल दे दीजिए। अगर बल्लेबाज उस गेंद पर आउट होता है तो बल्लेबाजी टीम को पांच रनों का नुकसान होना चाहिए। फ्री हिट बल्लेबाज के लिए फायदेमंद होती है, अब गेंदबाज को भी मौका दीजिए। अभी तक हर कोई मैच इस उम्मीद से देखता है कि गेंदबाजों की धुनाई होगी।
पोंटिंग ने अश्विन से इस मुद्दे पर बातचीत के दौरान यह बात कही है। पोंटिंग और अश्विन के बीच एक शो पर इस मुद्दे को लेकर चर्चा हुई और दोनों इस बात से सहमत दिखें कि अगर बल्लेबाज गेंद डालने से पहले क्रीज से आगे निकलता है तो इसका मतलब वह बेईमानी कर रहा है।
पोंटिंग ने अश्विन से इस मामले पर कहा, मुझे लगता है कि हमें एक रास्ता निकालना होगा। बल्लेबाज को इस तरह से बेईमानी करने से रोकने की कोशिश करनी होगी। हमारे बीच पहले भी इस पर बात हुई थी। मैं नहीं चाहता कि गेंद डालने से पहले कोई क्रीज से आगे बढ़ना शुरू करे क्योंकि यह मूल रूप से बेईमानी है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इस तरह की बेईमानी के लिए रन पेनल्टी लगाई जानी चाहिए। अगर बल्लेबाज गेंद डालने से पहले क्रीज से आगे बढ़कर बेईमानी करता है तो उस पर रन पेनल्टी लगाई जाए। शुरुआत से ही ऐसा होना चाहिए क्योंकि यह बल्लेबाजों को इस तरह की बेईमानी करने से रोकेगा। कल्पना करें कि गेंद डालने से पहले बल्लेबाज के कुछ गज आगे बढ़ने पर उसकी टीम के 10 रन ले लिए जाएं... इन तरीकों पर ध्यान देने की जरूरत है।
आईसीसी के मैच रेफरी और पूर्व भारतीय गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने इस मुद्दे पर अश्विन का समर्थन किया है और कहा है कि नॉन स्ट्राइकर छोर के बल्लेबाज को तब तक क्रीज में रहना चाहिए, जब तक गेंद रिलीज न हो। श्रीनाथ का मानना है कि गेंदबाज अगर इस तरह से बल्लेबाज को रन आउट करता है तो यह गलत नहीं है।
उन्होंने कहा कि गेंदबाज सामने वाले बल्लेबाज पर फोकस कर रहा होता है। ऐसे में बल्लेबाज (नॉन-स्ट्राइकर) को क्रीज में रहना चाहिए, जब तक कि गेंद रिलीज न हो जाए। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है, क्योंकि न तो वह बैटिंग कर रहा है और न उसको इसके बारे में सोचने की जरूरत है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान और विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने भी इस मामले को लेकर अश्विन का समर्थन करते हुए कहा है कि इस तरह आउट करने को खेल भावना के विरुद्ध बताना गलत है।