यमन में पड़ सकता है पिछले 100 वर्षों का सबसे भयंकर अकाल
जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि अगर सऊदी अरब नीत गठबंधन सेनाओं के हवाई हमलों को नहीं रोका गया तो यमन में पिछले 100 वर्षों का सबसे भयंकर अकाल पड़ सकता है। यमन में संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों की समन्वयक लिसे ग्रांडे ने बताया कि अगर यमन में युद्ध जारी रहा तो अगले 3 महीनों में वहां के लगभग 1 करोड़ 30 लाख लोगों के समक्ष अकाल का खतरा पैदा हो जाएगा।
बीबीसी ने उनके हवाले से कहा कि हम लोग 21वीं सदी में प्रवेश कर चुके हैं और यह सोचा भी नहीं जा सकता है कि यमन में आने वाले दिनों में अकाल पड़ सकता है, जैसा कि इथियोपिया, बंगाल और सोवियत संघ के कुछ हिस्सों में काफी पहले देखा जा चुका है। हम में अधिकतर को भरोसा है कि ऐसा नहीं होगा लेकिन फिर भी वास्तविकता यह है कि यमन में ठीक ऐसा ही हो रहा है और हम इसे देख सकते हैं।
यमन में पिछले 3 वर्षों से खतरनाक गृहयुद्ध जारी है और वहां ईरान समर्थित विद्रोहियों से सऊदी अरब गठबंधन नीत सेनाएं लड़ रही हैं। देश की मुद्रा में काफी गिरावट आ गई है और पिछले 1 माह में खाने-पीने की वस्तुओं के दाम दोगुने हुए हैं। (वार्ता)