शी जिनपिंग ने कहा- युद्ध के लिए तैयार रहे चीनी सेना, आखिर किससे है China को खतरा
बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के एक बयान से दुनियाभर में हड़कंप मच गया है। चीनी राष्ट्रपति ने सेना से कहा कि वह युद्ध के लिए तैयार रहे है। न्यूज एजेंसी ने चीनी राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि 'सैनिकों को हाईअलर्ट पर रहना चाहिए। अपना दिमाग और ऊर्जा को युद्ध की तैयारी के लिए रखो। जिनपिंग ने चाओझू सिटी में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के मेरीन कार्प्स के दौरे के दौरान कहा कि सैनिकों को पूरी तरह वफादार और विश्वस्त होना चाहिए।
पढ़िए आखिर क्या है पूरा मामला-
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा अस्थिर हो रही है और उन्होंने PLA को अपनी सारी ऊर्जा अपनी क्षमता बढ़ाने और युद्ध लड़ने और जीतने के लिए तैयार रहने में लगाने को कहा है। हालांकि उनका यह बयान ताईवान के संबंध में देखा जा रहा है।
जिनपिंग ने रिकॉर्ड तीसरी बार राष्ट्रपति का पद संभालते हुए सेना का भी नेतृत्व संभाला है। 69 साल के शी को चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने जनरल सेकेटरी और चीन के केंद्रीय सैन्य कमीशन का अध्यक्ष नियुक्त किया है। अब वह चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के हाई कमांड बन गए हैं।
तीसरी बार चुने जाने के बाद अपनी दो मिलियन की संख्या वाली सेना को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया में तेजी से बदलाव हो रहे हैं और चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा में अस्थिरता और अनिश्चितता बढ़ रही है। एलएसी पर भी भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण स्थिति है। हालांकि दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत होती रहती है।
कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओ ज़ोडोंग के बाद जिनपिंग इकलौती नेता हैं जो 10 साल के कार्यकाल के बावजूद सत्ता में बने हुए हैं। जिनपिंग अब चीन में तीन शक्तिशाली पदों का नेतृत्व कर रहे हैं- पार्टी अध्यक्ष, सेना अध्यक्ष और राष्ट्रपति।
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में किसी देश विशेष का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका यह बयान संसाधन संपन्न हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामक सैन्य गतिविधियों को लेकर बढ़ती अंतरराष्ट्रीय चिंता के बीच आया है। उधर चीन और भारत की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से गतिरोध जारी है।
चीन विवादित दक्षिण चीन सागर के लगभग पूरे क्षेत्र पर अपना दावा करता है, वहीं ताइवान, फिलीपीन, ब्रूनेई, मलेशिया और वियतनाम दक्षिण चीन सागर के हिस्सों पर अपने-अपने दावे रखते हैं।
बीजिंग ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप तथा सैन्य परिसर बनाये हैं। उसका पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ क्षेत्रीय विवाद भी है।
जिनपिंग ने कहा कि सैन्य नेतृत्व को 2027 तक पीएलए को विश्वस्तरीय सशस्त्र बल बनाने के लक्ष्य को पूरा करने पर ध्यान देना चाहिए जिसका मोटा-मोटा अर्थ इसे अमेरिकी सशस्त्र बलों के समकक्ष बनाने से लगाया जा रहा है। Edited by Sudhir Sharma