क्या है Operation Dost, तुर्की में जिंदगी बचाने की जंग में सबसे पहले पहुंचा भारत
तुर्की (तुर्किये) और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप की वजह से भारी तबाही मची हुई है। दोनों ही देशों में भूकंप की वजह से अब तक 15,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जबकि 65,000 से अधिक घायल हुए हैं। इस मुश्किल समय में भारत अपने दोस्त तुर्की की मदद के लिए सबसे पहले पहुंचा। ऑपरेशन दोस्त की मदद से तुर्की में जिंदगी बचाने की जंग में भी भारत सबसे आगे नजर आ रहा है। सीरिया में भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
भारत अब तक 6 सैन्य परिवहन विमानों में तुर्किये को राहत सामग्री, एक चलित अस्पताल, विशेषज्ञ राहत एवं बचाव दल भेज चुका है। भारतीय वायुसेना के सी-130जे विमान के जरिए भारत सीरिया में भी राहत सामग्री भेज चुका है। NDRF ने राहत और बचाव कार्य में मोर्चा संभाल लिया है।
क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ऑपरेशन दोस्त के तहत भारत तुर्किये और सीरिया में तलाश एवं राहत दल, एक फील्ड अस्पताल, सामग्री, दवाइयां एवं उपकरण भेज रहा है। यह एक सतत अभियान है और हम अद्यतन सूचना उपलब्ध कराते रहेंगे।
जयशंकर ने ट्विटर पर भारत के राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम की तुर्किये के गंजियातेप में तलाश अभियान शुरू करने की तस्वीरें साझा कीं।
Indian @NDRFHQ teams have now reached Gaziantep and commenced search and rescue operations.
NDRF और भी टीमें भेजने को तैयार : एनडीआरएफ की 2 टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। टीम को मलबे में से लोगों को निकालने, घायलों को प्राथमिक उपचार देेेने और उन्हें चिकित्सा कर्मियों को सौंपने का काम दिया गया है। बल के 51 कर्मियों की एक नई टीम को भूकंप प्रभावित तुर्की भेजा जा रहा है। इस टीम में महिला और चिकित्सक के साथ-साथ 2 श्वान भी भेजे गए हैं।
एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने भी कहा कि NDRF ने तुर्की के गंजियातेप में मोर्चा संभाल लिया है। बल और टीम को वहां भेजने के लिए तैयार है।
सेना का अस्पताल : तुर्की में हटे प्रांत के इस्केंडरन में भारतीय सेना द्वारा 30 बिस्तरों वाला फील्ड अस्पताल स्थापित किया गया है। इसमें ऑपरेशन थियेटर, एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर आदि चिकित्सा सुविधा है। यहां भूकंप में घायल हुए लोगों का इलाज किया जा रहा है।
This field hospital in Hatay, Türkiye will treat those affected by the earthquake.
क्या बोला तुर्की : तुर्की के राजदूत फिरत सनेल भी भारत की मदद से खासे प्रभावित है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन दिखाता है कि भारत और तुर्की के बीच दोस्ती है। ऑपरेशन दोस्त काफी अहम ऑपरेशन है। हमारे रिश्ते काफी गहरे हैं। दोस्त हमेशा एक-दूसरे की मदद करते हैं।
कश्मीर पर पाक का साथ देता है तुर्की: भले ही तुर्की कश्मीर के मुद्दे पर हमेशा पाकिस्तान का साथ देता आया हो लेकिन इस मुश्किल समय में उसका सबसे बड़ा मददगार भारत ही है। आर्थिक संकट से परेशान पाकिस्तान ने भी तुर्की की एक छोटी मदद की है। लेकिन यह ना के बराबर है। तुर्की ने भी भूकंप के बाद पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा है कि हमारे यहां आने की जरूरत नहीं है। हम बचाव और राहत कार्यों में व्यस्त हैं।