थाईलैंड : कोच सहित सभी नन्हे फुटबॉलरों को गुफा से बाहर निकाला, इस तरह चला घटनाक्रम
चियांग राई। थाईलैंड की गुफा में दो सप्ताह से फंसे स्कूल फुटबॉल टीम के चार बच्चों और उनके कोच को मंगलवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस तरह से 'थाम लुआंग' गुफा में फंसे सभी 13 लोगों को बाहर निकाल लिया गया। थाईलैंड की एक सील इकाई ने मंगलवार को बताया कि एक जोखिमभरे मिशन का सफलतापूर्वक समापन हुआ जिसने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था।
थाईलैंड की सील इकाई ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा कि 12 नाबालिग बच्चों तथा उनके कोच को गुफा से निकाल लिया गया और वे लोग सुरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि 23 जून को अभ्यास के बाद फुटबॉल टीम के 12 बच्चे तथा उनके कोच चियांग राई प्रांत में गुफा देखने गए थे और बरसात का मौसम होने के कारण पानी बढ़ जाने से वे गुफा में फंस गए थे।
एक ब्रिटिश गोताखोर ने पिछले सप्ताह मंगलवार को गुफा के कई किलोमीटर अंदर एक मिट्टी के टीले सभी 13 लोगों को देखा था उनके जिंदा होने की पुष्टि की थी। ब्रिटिश गोताखोर से जानकारी मिलने के बाद थाईलैंड की नौसेना ने गत रविवार को गुफा में फंसे बच्चों तथा उसके कोच को निकालने के लिए अभियान शुरू किया और तीन दिन के बाद सभी 12 बच्चों तथा उनके कोच को गुफा से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
थाईलैंड की नौसेना रविवार को चार बच्चों को, सोमवार को भी चार बच्चों को तथा मंगलवार को चार बच्चों तथा उनके कोच को गुफा से बाहर निकाला। हालांकि थाईलैंड सेना के एक पूर्व गोताखोर की गोफा में बचाव अभियान के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण शुक्रवार को मौत हो गई थी।
बच्चों को मास्क पहनाकर निकाला गया : दुनिया के कई देशों के गोताखोर और विशेषज्ञ बच्चों को सलामत निकालने के अभियान में थाईलैंड सरकार की मदद कर रहे थे। इस अभियान में 90 लोग शामिल थे, इनमें से 50 दूसरे देशों से आए गोताखोर और विशेषज्ञ और चालीस थाईलैंड के शामिल थे। निकाले गए चारों बच्चों और कोच को सीधे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनका चेकअप किया। बच्चों को मास्क पहनाकर और ऑक्सीजन सिलेंडर के ज़रिए ऑक्सीजन देते हुए पानी के बीच से निकाला गया। गुफा का रास्ता काफी संकरा होने से भी काफी परेशानी आई।
पंसदीदा ब्रेड और चॉकलेट की मांग की : मिशन में जुटे अधिकारियों के मुताबिक बच्चे बाहर निकलकर बेहद खुश थे। बच्चे भूखे थे और अपनी मनपसंद डिश खाना चाहते थे। कुछ बच्चों ने पसंदीदा ब्रेड और चॉकलेट की भी मांग की। हालांकि बच्चों को सिर्फ तरल पौष्टिक आहार ही दिया जा रहा है।
भारत के प्रति माना आभार : थाइलैंड के बच्चों और फुटबॉल कोच की सुरक्षित वापसी के लिए दुनियाभर में प्रार्थना हो रही थी। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने भारत का भी खासतौर पर शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि भारतीय दूतावास से लगातार समर्थन मिल रहा है और भारत में हमारे बच्चों के लिए दुआ की जा रही है। भारतीयों के प्रति आभारी हैं।