मैड्रिड। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को कहा कि स्पेन की कंपनियों के लिए भारत में निवेश करने का यह बहुत अच्छा समय है। भारतीय अर्थव्यवस्था की जोरदार वृद्धि से देश में स्पेन की कंपनियों के लिए वहां बुनियादी ढांचा, रक्षा, पर्यटन और ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के बड़े अवसर हैं।
मोदी 1992 के बाद स्पेन की यात्रा पर आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण हैं और उन्हें दोनों के बीच सहयोग की विशाल संभावनाएं नजर आती हैं।
मोदी ने स्पेन के दैनिक अखबर ‘एक्सपैंशन’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि भारत की मजबूत वृद्धि स्पेन की कंपनियों के लिए व्यापक अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि यह स्पेन की कंपनियों के लिए भारत में निवेश करने का अच्छा समय है। मोदी ने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में स्पेन की कंपनियां काम कर रही हैं और उनकी सरकार चाहती है कि और कंपनियां भारत आएं और निवेश करें और कारोबार करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों मसलन बुनियादी ढांचा, रक्षा, पर्यटन और उर्जा में स्पेन की कंपनियों की वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा है। मेरी सरकार ने भी इन क्षेत्रों की पहचान प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में की है। मोदी ने कहा कि आर्थिक दृष्टि से दोनों देशों में कई समानताएं हैं।
स्पेन भारत में 12वां सबसे बड़ा निवेशक है। यूरोपीय संघ में यह भारत का सातवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। भारत में 200 से अधिक स्पेन की कंपनियां सक्रिय रूप से सड़क निर्माण परियोजनाओं, रेलवे, पवन उर्जा, जल विलवणीकरण, रक्षा और स्मार्ट शहर परियोजनाओं में काम कर रही हैं। वहीं स्पेन में 40 से अधिक भारतीय कंपनियों की मौजूदगी है जो प्रौद्योगिकी, फार्मा, वाहन और उर्जा क्षेत्रों में काम कर रही हैं। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के अनुभव और प्राथमिकताओं में तालमेल है और अतिरिक्त निवेश की काफी संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार के प्रमुख कार्यक्रम मेक इन इंडिया तथा स्पेन के रक्षा, परिवहन ढांचे, द्रुत गति की ट्रेन, जल और जल प्रबंधन तथा प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में काफी पूरकता है। मैं स्पेन की कंपनियों को इन अवसरों का लाभ उठाने का न्योता देता हूं।
मोदी ने कहा कि वह विदेशी कंपनियों को भारत में परिचालन स्थापित करने में मदद को व्यक्तिगत रूप से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि हमें रणनीतिक क्षेत्रों मसलन साइबर सुरक्षा, समुद्र क्षेत्र और रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि लंबे समय से भारत और स्पेन दोनों आतंकवाद का शिकार रहे हैं। दोनों देशों को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के लिए एक होना चाहिए, जो आज मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
स्पेन के राजा से शिष्टाचार भेंट : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को स्पेन के राजा फेलिप षष्ठम से शिष्टाचार भेंट की। मैड्रिड के बाहरी इलाके में स्थित पैलेसियो डी ला जरजुएला महल में मोदी ने फेलिप से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने दोनों नेताओं की तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, ‘एक शाही सत्कार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पेन के महामहिम राजा फेलिप से पैलेसियो डी ला जरजुएला में मुलाकात की।’ इससे पहले, मोदी ने सुबह स्पेन के राष्ट्रपति मैरियानो रेजॉय से मोंक्लोआ पैलेस में मुलाकात की थी।
साल 1988 के बाद स्पेन की यात्रा पर आए पहले भारतीय प्रधानमंत्री ने स्पेन के राष्ट्रपति की तारीफ करते हुए कहा कि रेजॉय के नेतृत्व में देश में बड़े आर्थिक सुधार हुए हैं, जो मेरी सरकार की भी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। स्पेन से मोदी एक जून को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग जाएंगे, जहां वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ 18वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता करेंगे और अगले दिन सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच में शिरकत करेंगे।
प्रधानमंत्री दो और तीन जून को पेरिस में रहेंगे जहां वह फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से आधिकारिक वार्ता करेंगे।