भारत के 'उन्मादी हिन्दू राष्ट्रवाद' से अमेरिका चिंतित
वॉशिंगटन। अमेरिकी सरकार को दुनिया के बाकी सभी देशों की चिंता बनी रहती है और इसी कारण इसने दुनियाभर के बारे में भविष्यवाणियां करने का काम अपने हाथ में ले लिया है। अमेरिकी सरकार के इस काम में सरकार की खुफिया एजेंसियां भी अपना योगदान करती हैं। देश में एक ऐसी ही संस्था है यूएस नेशनल इंटेलीजेंस काउंसिल जो दुनिया में हो रहे बदलावों पर नजर रखती है।
यूएस नेशनल इंटेलीजेंस काउंसिल की ग्लोबल ट्रेंड्स रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की इकॉनामी सुस्त पड़ रही है, जबकि भारत की ग्रोथ तेज बनी हुई है। हालांकि भारत में सामाजिक गैर-बराबरी और धार्मिक टकराव से इकानॉमी पर बुरा असर पड़ सकता है। यह रिपोर्ट चार साल में एक बार प्रकाशित होती है।
इस संस्था की अपनी शोध रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले पांच साल में भारत की ग्रोथ सबसे तेज रहेगी, लेकिन दुनिया यह भी देख रही है कि वह ‘हिन्दू राष्ट्रवादी उन्माद’ से कैसे निपटता है? अमेरिका सरकार का मानना है कि भारत जैसे देश में अल्पसंख्यकों के साथ तनाव बढ़ रहा है। एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में यह बात भी कही गई है कि भाजपा सरकार की हिन्दुत्व नीति से देश के अंदर और पड़ोसी देशों के साथ टकराव बढ़ने पर ध्यान देने को कहा गया है।
इस रिपोर्ट में लिखा है, भारत की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी हिन्दुत्व को सरकारी नीतियों का हिस्सा बनाने को कह रही है। इससे देश में मुस्लिम अल्पसंख्यकों से टकराव बढ़ रहा है। इससे मुस्लिम बहुल पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भी तनाव बढ़ रहा है। अमेरिकी रिपोर्ट में उन महत्वपूर्ण ट्रेंड्स की पहचान की जाती है, जिनका आने वाले 20 वर्षों में दुनिया पर असर पड़ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि टेक्नालॉजी से दुनिया काफी करीब आ गई है, लेकिन इससे विचार और पहचान को लेकर मतभेद बढ़ सकते हैं जिससे पहचान की राजनीति को बढ़ावा मिलेगा। रिपोर्ट में कहा गया है, भारत हिन्दू राष्ट्रवादियों से कैसे निपटता है और इसराइल धार्मिक कट्टरपंथ के साथ किस तरह से संतुलन बनाता है, इससे भविष्य तय होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले वर्षों में आतंकवाद का खतरा बढ़ेगा। इस संदर्भ में भारत में ‘हिंसक हिन्दुत्व’ के अलावा ‘उग्र क्रिश्चियनिटी और इस्लाम’ का जिक्र किया गया है। सेंट्रल अफ्रीका के देशों में ईसाई धर्म का उग्र चेहरा दिख रहा है। वहां इस्लाम का भी एक ऐसा ही चेहरा है। म्यांमार में उग्र बौद्ध और भारत में उग्र हिन्दुत्व है। इससे आतंकवाद को हवा मिलेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में आतंकवाद और अस्थिरता बनी रहेगी, जबकि भारत छोटे दक्षिण एशियाई देशों को इकानॉमिक ग्रोथ में हिस्सेदार बना सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को पाकिस्तान से रक्षा संबंधी खतरे हो सकते हैं, जो परमाणु हथियार बढ़ा रहा है। वह इनके लिए डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर भी तेजी के साथ काम कर रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान टेक्टिकल परमाणु हथियार और समुद्र से मार करने वाली मिसाइलें तैयार कर रहा है। अगर वह समुद्र में परमाणु हथियार तैनात करता है तो उससे पूरे क्षेत्र के लिए सुरक्षा संबंधी खतरा पैदा होगा।