गुरुवार, 31 अक्टूबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. China does not want India to create any kind
Last Modified: सोमवार, 22 जून 2020 (18:57 IST)

चीन नहीं चाहता भारत सीमा पर किसी भी तरह का निर्माण करे

चीन नहीं चाहता भारत सीमा पर किसी भी तरह का निर्माण करे - China does not want India to create any kind
जम्मू। भारत सरकार के तमाम दावों के बावजूद लद्दाख सेक्टर में चीन से सटी एलओसी पर हालात यह हैं कि चीनी सेना ने भारतीय पक्ष को किसी भी प्रकार के निर्माण करने पर हमला बोलने की धमकी दी है। यह धमकी दौलत बेग ओल्डी, दमचोक तथा गलवान इलाकों के लिए दी गई है। नतीजतन एलएसी के उन सभी इलाकों में सभी निर्माण कार्यों पर अब प्रश्न चिन्ह लग गया है जहां चीनी सेना ने आपत्ति उठाई है। यही नहीं इलाके में तैनात भारतीय सैनिकों को भी चीनी सेना ने बोरिया-बिस्तर समेटने की चेतावनी दी है। फिलहाल इन चीनी धमकियों पर कोई सेनाधिकारी खुलकर नहीं बोल रहा है।

सैन्य सूत्रों के अनुसार, चीनी सेना ने लद्दाख सेक्टर के कई इलाकों में अपनी दादागिरी कायम रखते हुए प्रत्येक फ्लैग मीटिंग में भारतीय पक्ष को यह चेतावनी दे डाली कि अगर उसने चुमार, दौलत बेग ओल्डी, दमचोक तथा गलवान इलाकों में कोई सैन्य निर्माण किया तो वह उस पर हमला बोल देगा। यह बात अलग है कि इन इलाकों में होने वाली सभी निर्माण गतिविधियों को भारत असैन्य गतिविधियां करार दे रहा है।

याद रहे कुछ अरसा पहले लद्दाख के दमचोक इलाके में दोनों मुल्कों की सेना के बीच तनातनी का माहौल इसी प्रकार के निर्माण कार्य को लेकर बना था। ऐसे हालात उस समय बने थे जब चीनी सेना ने दमचोक के टी-प्वाइंट और सीएनएन प्वाइंट पर भारतीय सेना को एक सड़क निर्माण करने से रोका था। सिर्फ यही नहीं, तब भी चीनी सेना ने वहां तैनात भारतीय सेना के जवानों को अपनी चौकियां हटाने का अल्टीमेटम देते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी। अब भी वह ऐसी ही धमकियां गलवान वैली व अन्य इलाकों के लिए दे रही है।

भारतीय सेना को दी जाने वाली चेतावनी तथा अल्टीमेटम के मामले पर भारतीय सेना की लेह स्थित 14 कोर के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि रक्षा सूत्र मानते हैं कि चीनी सेना की इस चेतावनी के बाद इलाके में दोनों सेनाएं पीछे हटने के बावजूद अभी भी आक्रामक मूड में हैं।

बताया जाता है कि लद्दाख सीमा पर जिस भी स्थान के नाम के अंतिम शब्द ला हैं चीनी सेना उसी पर अपना दावा करती जा रही है। इसका आधार वह यह बताती है कि ला जैसे अंतिम शब्दों वाले स्थान कभी तिब्बत के हिस्सा रहे हैं और तिब्बत भी चीन का भाग है।

नतीजतन स्थिति यह है कि लद्दाख सेक्टर में चीन सीमा से सटे हर दूसरे-तीसरे स्थान पर चीनी सेना द्वारा अपना दावा जताने से तनातनी का माहौल पैदा हो चुका है जिसको लेकर दोनों पक्षों में किसी भी समय झड़प की आशंका पैदा हो गई है।

ताजा घटना गलवान वैली की है तो इससे पहले कुछ अरसा पूर्व दमचोक की घटना के बाद माहौल इसलिए भी गर्माया था क्योंकि जिस स्थान पर चीनी सेना ने अपना इलाका होने का दावा किया था वहां एक गर्म पानी का झरना है जिसे चीनी सेना हथियाना चाहती है।

इसकी खातिर वह उसके सामने वाले इलाके में एक चौड़ी व पक्की सड़क का निर्माण भी कर चुकी है जिसके निर्माण पर कभी भी भारतीय पक्ष ने आपत्ति प्रकट नहीं की थी, पर अब वह खुद एलएसी को क्रास कर भारतीय क्षेत्र में गलवान वैली में निर्माण कार्य में जुटी है और भारतीय पक्ष को अपने ही क्षेत्र में निर्माण कार्य आरंभ करने पर आपत्ति जाहिर कर रही है।
ये भी पढ़ें
jagannath rath yatra 2020 : न्यायालय का पुरी में रथयात्रा की अनुमति देने का संकेत