ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि वे कंजरवेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री के तौर पर अपना पद छोड़ेंगे। वे अक्टूबर तक अपने पद पर बने रहेंगे क्योंकि अक्टूबर में पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है और इसकी कान्फ्रेंस में दल का संसद में नया नेता चुना जाएगा। इस कारण से यह तय है कि प्रधानमंत्री पद के दावेदारों का चयन पार्टी की 1922 की समिति की देखरेख में किया जाएगा। कैमरन का उत्तराधिकारी भी उसी सिस्टम से चुना जाएगा जिस तरह से पार्टी ने 2005 में उन्हें चुना था। लेकिन इस समिति को कंजरवेटिव पार्टी बोर्ड से स्वीकृति लेनी होगी।
जो सांसद प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे, उनके लिए अनिवार्य होगा कि उन्हें तीन या इससे अधिक सांसदों से नामांकन कराना होगा तभी उनका नाम मतदान पत्र पर प्रकाशित किया जाएगा। पार्टी के 331 सांसद हैं जिनमें आपसी मुकाबले के इतने दौर होंगे कि अंत में प्रमुख प्रत्याशियों की संख्या मात्र दो रह जाएगी। मतदान के इस दौर में पार्टी के उन उम्मीदवारों के प्रतियोगिता से पराजित माना जाएगा जिन्हें सबसे कम सांसदों का समर्थन हासिल होगा। यह प्रक्रिया दो अक्ट़ूबर से कैसे कैसे शुरू होगी, इससे पहले नया नेता चुनने के लिए 21 जुलाई से हो रहे संसद की गर्मियों की छुट्टियों का उपयोग किया जाएगा और गर्मियों के दौरान चुनावी बैठकों का क्रम शुरू हो जाएगा।
हालांकि कैमरन का कहना है कि कंजरवेटिव कॉन्फ्रेंस से पहले नए नेता को देखना चाहेंगे, लेकिन अभी तक इसे लेकर कोई समय सारणी नहीं बनाई गई है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के सरकारी आवास टेन डाउनिंग के दावेदारों में सबसे पहला नाम लंदन के पूर्व मेयर बोरिस जॉनसन का है। सट्टेबाजों के अनुसार वे अन्य दावेदारों की तुलना में काफी आगे हैं। 52 वर्षीय जॉनसन एक पत्रकार से कंजरवेटिव नेता बने हैं और वे ब्रिटिश राजनीति का सबसे अधिक जाना पहचाना चेहरा हैं। जॉनसन की राजनीतिक शैली परम्परागत से हटकर है और उनके करिश्मे को ब्रिटेन के घर-घर में जाना जाता है।
बोरिस जानसन : उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनने के बारे में बहुत पहले से सोच रहा था। उनकी प्रतिद्वंद्विता बहुत पुरानी है और दोनों इटन और ऑक्सफोर्ड की उपज हैं। पिछले वर्ष संसद में दोबारा प्रवेश करने से वे आठ वर्षों तक सिटी हॉल में अपना समय गुजार देने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है और यूरोपीय संघ के मु्द्दे पर सही घोड़े पर दांव लगाया। हालांकि पार्टी के कुछ नेता उनके इस फैसले पर सवाल उठाते थे। चुनाव की दृष्टि से जॉनसन को मूल्यवान व्यक्ति माना जा सकता है और यह बात उन्होंने मेयर पद पर रहते सिद्ध कर दी है, लेकिन कंजरवेटिव सदस्यों को यह पता करना है कि क्या वे प्रधान मंत्री जैसे शीर्ष पद के लायक प्रकृति और राजनीतिक निर्णय क्षमता रखता है।
माइकल गव : बोरिस जॉनसन से ठीक उलट 48 वर्षीय माइकल गव ने हमेशा ही अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को एक सीमा में रखा और यहां तक संकेत दिए कि वे प्रधानमंत्री का पद संभालने के लिए तैयार नहीं हैं। गव टाइम्स के पूर्व पत्रकार रह चुके हैं और उन्होंने 2005 में संसद में प्रवेश किया था। वे डेविड कैमरन और जॉर्ज ऑसबर्न के घनिष्ठ मित्रों में से हैं और पार्टी का आधुनिकीकरण करने में उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई है। पार्टी को वे 2010 में सत्ता में लाने में सफल रहे थे।
बाद में वे एक सुधारवादी और विवादास्पद भी शिक्षा मंत्री साबित हुए और उन्होंने पार्टी के बौद्धिक दिग्गजों में गिना जाता है। प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने कैमरन के रुख के विपरीत ईयू छोड़ने वालों का साथ दिया तो उनके प्रधानमंत्री से रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे। लेकिन पार्टी में फैसले करने वाले सांसदों के दो गुटों के बीच उनका सम्मान है और आने वाले महीनों में वे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
तेरेसा मे : ब्रिटिश इतिहास में लम्बे समय तक गृह मंत्री रहने वाली श्रीमती तेरेसा मे इसी वर्ष 60 साल की हो जाएंगी। उन्हें काफी लम्बे समय से पार्टी का संभावित नेता माना जाता रहा है। श्रीमती मे ने टोरीज को ही एक बार नेस्टी पार्टी कहकर विवाद पैदा कर दिया था। वे व्हाइटहाल की सबसे सख्त और चतुरा राजनीतिज्ञ हैं। गृह मंत्रालय के लिए समस्या बन गए कई मामलों को उन्होंने सफलता पूर्वक सुलझाया लेकिन उनकी विस्तृत राजनीतिक लोकप्रियता को परखा जाना बाकी है।
हालांकि उन्होंने शुरू में बने रहने वालों का साथ दिया था। उन्होंने 2013 में बताया था कि वे टाइप वन डायबिटीज से पीड़ित हैं और इस कारण से चुनाव प्रचार के दौरान लो प्रोफाइल रखती हैं। अगर सांसद बोरिस के अलावा और किसी को मौका देना चाहते हैं तो वे भी टेन डाउनिंग स्ट्रीट की दावेदार हो सकती हैं।
जॉर्ज ऑसबर्न : बहुत से राजनीतिक समीक्षक मानते हैं कि वर्षों तक कैमरन के अभिन्न दोस्त और दाहिने हाथ बने रहने वाले जॉर्ज ऑसबर्न को 11 डाउनिंग स्ट्रीट से 10 डाउनिंग स्ट्रीट की सबसे कम दूरी तय करनी है। 45 वर्षीय ऑसबर्न ने पिछले छह वर्ष से वित्त मंत्री के तौर पर काम किया है। गॉर्डन ब्राउन और जॉन मेजर भी पहले वित्त मंत्री (चांसलर) ही रहे थे लेकिन ऑसबर्न के लिए यह चुनौती बहुत कठिन है। संसद में उनके बहुत सारे मित्र हैं, लेकिन दक्षिणपंथी सांसदों के बीच उनकी लोकप्रियता बहुत कम रही है। कई मामलों में उनका भाग्य कैमरन के भाग्य से जुड़ा रहा।
एक वित्त मंत्री के तौर पर उनकी क्षमताओं की बहुत सारे लोग प्रशंसा करते हैं लेकिन बहुत सारे मामलों जैसे डिसएविलिटी बेनिफट कट्स, संडे ट्रेडिंग रिफॉर्म्स और स्कूल अकादमीज को लेकर उनकी क्षमताओं पर सवाल खड़े किए गए हैं। ईयू से बाहर होने के बाद उनका सामना टैक्स उगाहने वाले इमरजेंसी बजट के साथ हो सकता है और उन्हें अपनी ही पार्टी के यूरोप को लेकर संदेहवादी रवैया रखने वाले सांसदों का दिल जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
स्टीफन क्रैब : कंजरवेटिव पार्टी के उभरते सितारों में से एक 43 वर्षीय स्टीफन क्रैब पहले ऐसे टोरी कैबिनेट मंत्री हैं जोकि दाढ़ी रखते हैं। एक सिंगल मां के बेटे, काउंसिल के मकान में रहने वाले वेल्श के राजनीतिज्ञ क्रैब ने खुले आम कहा है कि उनका परिवार सरकारी मदद का लाभ उठाता है। हालांकि वे काम, शिक्षा और अपने ईसाई धर्म में आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्वाधीनता को बढ़ावा दे रहे हैं।
वर्ष 2010 में सांसद बनने वाले क्रैब को मंत्रिमंडल में प्रोन्नत कर वेल्श का मंत्री बनाया गया था। लेन डंकन स्मिथ के इस्तीफे के बाद क्रैब ने कार्य और पेंशन मामलों के मंत्री का भार संभाला था। अभी यह देखा जाना बाकी है कि उनका मौका जल्दी आता है या फिर ईयू में बने रहने की वकालत के कारण उनका समर्थन कम हो जाएगा।
अन्य संभावित दावेदार : डॉमिनिक रैब, निकी मॉर्गन, लियाम फॉक्स, साजिद जावेद और आंद्रिया लीडसम भी अपनी दावेदारी को जाहिर कर सकते हैं। ये टोरी सांसद ऐसे हैं जो कि अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं और मौका देखकर पीछे भी हट सकते हैं।
निकी मॉर्गन : समझा जाता है कि शिक्षा मंत्री निकी मॉर्गन इस बात को लेकर जानकारियां हासिल कर रही हैं कि उन्हें अपना दावेदारी पेश करना चाहिए या नहीं, लेकिन वे यह कह सकती हैं कि अगर बैलट पेपर के अंतिम दो नामों में किसी महिला का हो तो यह अच्छी बात होगी। लेकिन मध्यमार्गी-वामपंथी झुकाव वाली पार्टी में रहते हुए उन्होंने यूरोपीय संघ में बने रहने को वोट दिया जो कि उनकी दावेदारी को प्रभावित कर सकता है।
साजिद जावेद : एक पूर्व मर्चेंट बैंकर और कारोबार मंत्री साजिद जावेद पाकिस्तान में पैदा हुए एक बस ड्राइवर के बेटे हैं। हाल ही में, उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ है। लेकिन टाटा स्टील संकट के मामले को निपटाने और संघ में बने रहने का समर्थन उन्हें संदेह करने वालों के मध्य अलोकप्रिय बना सकता है।
लियाम फॉक्स : पूर्व रक्षामंत्री के लिए यह दूसरा अवसर हो सकता है और एक पूर्व डॉक्टर को वर्ष 2005 के लीडरशिप मुकाबले में तीसरा स्थान मिला था लेकिन एक लॉबीइंग विवाद के बाद उनका कैबिनेट करियर समाप्त हो गया था। पीछे बैठने वाले सांसदों में वे संघ से बाहर होने के प्रबल समर्थक थे लेकिन चुनाव बाद वे पार्टी की एकता के भी समर्थक हैं।
आंद्रिया लीडसम : पूर्व बैंकर और फंड मैनेजर संघ छोड़ने वालों की प्रमुख आवाजों में से एक थी। डिबेटिंग टीम में उन्होंने बोरिस जॉनसन को मजबूत सहारा दिया था। वे मुकाबले में रहें या नहीं, लेकिन जल्दी ही उन्हें मंत्री पद मिलेगा, यह तय है।
डॉमिनिक रैब : नेतृत्व को लेकर होने वाले वाद-विवादों में कुछ अप्रत्याशित नाम भी सामने आ जाते हैं, 42 वर्षीय डॉमिनिक एक ऐसे ही सरप्राइज पैकेज हो सकते हैं। न्याय मंत्री और मीडिया से अच्छा रिश्ता रखने वाले पूर्व वकील डॉमिनिक रैब छोड़ने वालों में एक प्रमुख आवाज थे।