गुरुवार, 30 जनवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. 70,000 sleeping pills found in a consignment of thread from India in the US
Last Updated :वॉशिंगटन , बुधवार, 29 जनवरी 2025 (12:25 IST)

America: भारत से आई धागे की खेप में मिलीं नींद की 70,000 गोलियां

जोलपिडेम टार्ट्रेट नामक इन गोलियों को औषधि प्रवर्तन प्रशासन द्वारा अनुसूची-4 नियंत्रित पदार्थ के रूप में वर्गीकृत किया गया है तथा ये शामक-निद्राकारी नामक औषधियों के वर्ग से संबंधित हैं।

America: भारत से आई धागे की खेप में मिलीं नींद की 70,000 गोलियां - 70,000 sleeping pills found in a consignment of thread from India in the US
sleeping pills: अमेरिका के सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा विभाग (सीबीपी) ने भारत से आ रहे धागे की खेप से करीब 70,000 गोलियां जब्त की हैं। इन गोलियों की कीमत 33,000 अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है। सीबीपी के अधिकारियों ने बताया कि यह खेप कैलिफोर्निया के ब्यूना पार्क स्थित एक पते पर भेजी जानी थी।
 
जोलपिडेम टार्ट्रेट नामक इन गोलियों को औषधि प्रवर्तन प्रशासन द्वारा अनुसूची-4 नियंत्रित पदार्थ के रूप में वर्गीकृत किया गया है तथा ये शामक-निद्राकारी नामक औषधियों के वर्ग से संबंधित हैं। डॉक्टरों द्वारा अनिद्रा के इलाज के लिए मरीजों को यह दवा दी जाती है।ALSO READ: क्या फरवरी में अमेरिका जाएंगे पीएम मोदी, ट्रंप ने किया दावा
 
काले धागे के 96 स्पूल में से प्रत्येक के अंदर गोलियां छिपाई हुई पाईं : सीबीपी के अधिकारियों ने 17 दिसंबर को वॉशिंगटन डलेस हवाई अड्डे के पास एक एयर कार्गो गोदाम में काले धागे के 96 रोल की खेप की जांच की। उन्होंने काले धागे के 96 स्पूल में से प्रत्येक के अंदर कुल 69,813 गोलियां छिपाई हुई पाईं। मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया कि इन गोलियों का मूल्य करीब 33,000 अमेरिकी डॉलर है।ALSO READ: राष्ट्रपति पद संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप ने दिया झटका, पेरिस जलवायु समझौते से बाहर हुआ अमेरिका
 
वॉशिंगटन डीसी के क्षेत्रीय बंदरगाह के लिए सीबीपी की क्षेत्रीय बंदरगाह निदेशक क्रिस्टीन वॉ ने कहा कि यह अमेरिका में बड़ी मात्रा में प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की तस्करी करने का एक बहुत ही साहसिक प्रयास है, लेकिन यह छिपाने का रचनात्मक तरीका सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा अधिकारियों को बेवकूफ बनाने में विफल रहा।(भाषा)(प्रतीकात्मक चित्र)
 
Edited by: Ravindra Gupta