चक्रवाती तूफान 'अम्फान' से बांग्लादेश में तबाही, 7 लोगों की मौत
ढाका। शक्तिशाली चक्रवाती तूफान से बांग्लादेश में 6 साल के बच्चे समेत कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई, कई इलाके जलमग्न हो गए और सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। करीब 2 दशकों में क्षेत्र में अब तक के सबसे विनाशकारी चक्रवाती तूफान 'अम्फान' ने बुधवार शाम को बांग्लादेश में दस्तक दी।
यह चक्रवात ‘सिद्र’ के बाद से सबसे शक्तिशाली तूफान है। 2007 में ‘सिद्र’ चक्रवात से करीब 3,500 लोगों की मौत हुई थी। ढाका ट्रिब्यून ने बताया कि बांग्लादेश के तटीय जिलों में चक्रवात से कई निचले इलाके डूब गए, तटबंध टूट गए, पेड़ उखड़ गए और मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
उसने बताया कि चक्रवाती तूफान के भारत और बांग्लादेश की तटरेखा पर दस्तक देने पर कम से कम से सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में बर्गुना, सत्खिरा, पिरोजपुर, भोला और पटुआखली जिलों के लोग शामिल हैं।
खबर में अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि बर्गुना में डूबने से 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई जबकि सत्खिरा में पेड़ गिरने से 40 वर्षीय महिला की मौत हो गई। पिरोजपुर में 60 वर्षीय व्यक्ति पर दीवार गिरने से उसकी मौत हो गई।
भोला में तूफान के कारण दो लोगों ने जान गंवाई। पटुआखली में पेड़ गिरने से छह वर्षीय लड़के की मौत हो गई।इस बीच कालापाड़ा उपजिला अधिकारी अबू हसनत ने बताया कि चक्रवात तैयारी कार्यक्रम (सीपीपी) के नेता शाह आलम का शव नौ घंटे बाद बरामद कर लिया गया। वह कालापाड़ा उपजिला में एक नहर में नौका डूबने के बाद लापता हो गए थे।
खबर में बताया गया है कि आलम समेत सीपीपी स्वयं सेवकों को लेकर जा रही एक नौका तूफान की चपेट में आने के बाद बुधवार सुबह एक नहर में डूब गई। मौसम विज्ञानी अब्दुल मन्नन के मुताबिक, चक्रवात ‘अम्फान’ ने करीब 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बुधवार को शाम पांच बजे बांग्लादेश तट पार करना शुरू किया।
बांग्लादेश ने 20 लाख से अधिक लोगों को शिविरों में भेजा और इस शक्तिशाली तूफान से निपटने के लिए सेना को तैनात किया है।(भाषा)