Birds: दुनियाभर में करीब 9500 तरह के पक्षी होते हैं। वर्तमान में पक्षियों की कई प्रजातियां लुप्त हो गई है और कई लुप्त होने के कगार पर है। भारत में भी पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त की ओर है। दुनिया में यूं तो कई पक्षी बड़े अजीब और रहस्यमी माने गए हैं लेकिन हमने कुछ ऐसे पक्षियों को शामिल किया है जिन्हें दुनिया जानती है।
1. कौआ : हालांकि पांच पक्षियों को सबसे बुद्धिमान माना जाता है, तोता, मैना, बाज, कबूतर और कौआ। तोता और मैना को कुछ ही दिनों में मनुष्यों की भाषा सिखाई जा सकती है जबकि प्राचीन काल में बाज और कबूतरों से संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का काम लिया जाता था। दूसरी ओर फिलिपिंस में पाए जाने वाले बोया पक्षी अपने घोसले के चारों और प्रकाश के लिए जुगनुओं को भरकर लटका देते हैं। ऐसा कार्य कोई बुद्धिमान पक्षी ही कर सकता है। उल्लेखनीय है कि प्रडूल नाम का भूरे रंग का नर तोता जो अफ्रीका में पाया जाता है वह सबसे बातूनी तोता है। कबूतर पराबैंगनी किरणें देखने में सक्षम है।
2. गरूड़ : भगवान विष्णु का वाहन है गरूड़। गरूड़ एक शक्तिशाली, चमत्कारिक और रहस्यमयी पक्षी था। प्रजापति कश्यप की पत्नी विनता के दो पुत्र हुए- गरूड़ और अरुण। गरूड़जी विष्णु की शरण में चले गए और अरुणजी सूर्य के सारथी हुए। सम्पाती और जटायु इन्हीं अरुण के पुत्र थे। पुराणों में गरूड़ की शक्ति और महिमा का वर्णन मिलता है। काकभुशुण्डिजी नामक एक कौवे ने गरूड़ की शंका दूर की थी कि श्रीराम भगवान है या नहीं।
3. हंस : सबसे ऊंचाई पर उड़ने के लिए हंस और सारस का नाम लिया जाता है लेकिन गिद्ध भी कोई कमखुदा नहीं है यह 11274 मीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है। गुरुड़ भी इसी ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है। पक्षियों में हंस एक ऐसा पक्षी है जहां देव आत्माएं आश्रय लेती हैं। यह उन आत्माओं का ठिकाना हैं जिन्होंने अपने जीवन में पुण्यकर्म किए हैं और जिन्होंने यम-नियम का पालन किया है। कुछ काल तक हंस योनि में रहकर आत्मा अच्छे समय का इंतजार कर पुन: मनुष्य योनि में लौट आती है या फिर वह देवलोक चली जाती है। हो सकता है कि आपके पितरों ने भी पुण्य कर्म किए हों।
4. तोता : पक्षियों में केवल तोता ही ऐसा पक्षी है जो जम्हाई लेता है। तोता इंसानों की भाषा समझता है और इसे जो भी सिखाया जाए वह यह जल्दी से सीख लेता है। तोते की सैंकड़ों प्रजातियां पाई जाती है।
5. हमिंग बर्ड : हमिंग बर्ड को दुनिया का सबसे छोटा पक्षी माना जाता है। इसका दिल एक मिनट में 615 बार धड़कता है और यह हवा की विपरित दिशा में भी उड़ने में सक्षम है। हमिंग बर्ड पीछे की तरफ भी उड़ने में सक्षम है। यह एक सेकंट में कई बार पंख फड़फड़ाता है।
6. पेरेग्रीन फाल्कन : पेरेग्रीन फाल्कन 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जबकि डक हाक लगभग 180 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। हालांकि बाज और गिद्ध की गति भी बहुत तेज होती है।
7. मोर : हालांकि सुंदरता के मामले में और भी कई पक्षी है जैसे रंग बिरंगे तोते, कील-बिल टूकेन, वुड डक, बोहेमियन वैक्सिंग, ब्लू जय, अटलांटिक पफिन, फ्लेमिंगो, स्कार्लेट मकाव, गोल्डन फेज़ेंट आदि। लेकिन मोर का मुकाबला नहीं। मोर सिर्फ सुंदर ही नहीं यह रहस्यमय भी है। भगवान कार्तिकेय का वाहन मोर है। मोर को धन की देवी लक्ष्मी और विद्या की देवी सरस्वती के साथ जोड़कर भी देखा जाता है। भगवान श्रीकृष्ण मोर पंक्ष को अपने मुकुट में लगाते हैं। मोर पंख को बांसुरी के साथ घर में रखने से रिश्तों में प्रेम रस घुल जाता है। हिन्दू धर्म में मोर के पंखों का विशेष महत्व है। मोर के पंखों में सभी देवी-देवताओं और सभी नौ ग्रहों का वास होता है।
8. कोरी : दक्षिण अफ्रीका में कोरी नाम का पक्षी पाया जाता है जो कि 19 किलो वजन का होता है। फैलने पर इनके पंख करीब ढाई फुट तक हो सकते हैं। लेकिन यह जमीन पर ही उड़ सकता है। वहीं, समंदर के ऊपर उड़ने वाले पक्षियों में वांडरिंग अल्बाट्रॉस को सबसे बड़ा उड़ने वाला पक्षी कहा जाता है जिसका वजन साढ़े आठ किलो तक हो सकता है और इनके पंखक करीब बारह फुट तक फैल सकते हैं।
9. शुतुरमुर्ग : इसकी एक प्रजाति ऑस्ट्रिच जमीन पर 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है। प्राचीनकाल में सहदूल या उकाब नाम का पक्षी होता था जो रूस में पाया जाता था। यह इतना विशाल होता था कि हाथी को भी अपने पंजे में दबा कर ले उड़ता था।
10. चमगादड़ और उल्लू : उल्लू के बाद चमगादड़ एकमात्र ऐसा पक्षी है जिसकी उड़ने की आवाज बिल्कुल भी नहीं आती है। चमगादड़ और उल्लू दोनों ही निशाचर प्राणी है, जिन्हें रात में ही ज्यादा नजर आता है। यह दोनों दिन में सोते रहते हैं। चमगादड़ उल्टी लटककर सोती है लेकिन उल्लू ऐसा नहीं करता। दोनों ही एक रहस्यमयी प्राणी हैं।