महात्मा विदुर के आदर्श वाक्य
* 10 प्रकार के लोग धर्म को नहीं जानते, उन्हें तुम जानो। वे यह हैं - मद्यपान से मत्त, विषयासक्त मन वाला (प्रमत्त), उन्माद आदि रोग से युक्त (उन्मत्त), थका हुआ, क्रोध से युक्त, भूखा, शीघ्रता करने वाला, लोभी, डरा हुआ, अहंकारी और कामी। इसलिए हमें चाहिए कि इनसे संपर्क न रखें।
* क्रोध को प्रेम से जीतो। दुष्ट व्यक्ति को उत्तम व्यवहार से वश में करें, कृपण मनुष्य को दान से और असत्य पर सत्य के द्वारा विजय प्राप्त करो। धर्म हमें यही सिखाता है।