इंदौर में ब्रेनडेड के बाद महिला डॉक्टर के अंगदान, लुटेरों से संघर्ष में घायल हो गई थी
इंदौर। इंदौर लुटेरों से संघर्ष के बाद जिंदगी-मौत के बीच संघर्ष कर रही इंदौर की डेंटल सर्जन डॉ. संगीता पाटिल को गुरुवार सुबह चोइथराम अस्पताल में ब्रेनडेथ घोषित किया गया।
ब्रेनडेथ डॉ. पाटिल की एक किडनी अस्पताल में ही भर्ती डिंडोरी जिले के शाहपुरा निवासी 32 वर्षीय युवक को लगाई गई तथा चोइथराम अस्पताल से शाम 5 बजे ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उनकी दूसरी किडनी सीएचएल अस्पताल में भर्ती कोटा के 60 वर्षीय मरीज को लगाई गई। उनका लिवर बंसल अस्पताल, भोपाल में भर्ती 34 वर्षीय युवक के लिए भेजा गया।
उनकी त्वचा चोइथराम अस्पताल और दोनों आंखें एमके इंटरनेशनल आई बैंक को दान की गई है। करीब 2 साल बाद शहर में ग्रीन कॉरिडोर बना। यह 40वां ग्रीन कॉरिडोर है। इसके पूर्व 23 अक्टूबर 2019 को ग्रीन कारिडोर बना था। 11 सितंबर को अनूप नगर निवासी डेंटल सर्जन डॉ. संगीता पाटिल सुखलिया चौराहे पर लूट की वारदात हुई थी। झूमाझटकी के दौरान वे घायल हो गई थीं और उन्हें सिर पर गंभीर चोटें आईं थीं। उनकी बेटी निहारिका ने उन्हें ब्रेनडेथ घोषित किए जाने के पूर्व ही अंगदान की इच्छा जता दी थी।(सांकेतिक चित्र)