कर्ज में डूबे मैकेनिक ने पत्नी व 2 बच्चों को जहर देकर लगाई फांसी
इंदौर। एक मैकेनिक को ऑनलाइन एप के माध्यम से लोन लेना महंगा पड़ गया। कर्ज में डूबे मैकेनिक अमित यादव ने पत्नी टीना और 3 साल की बेटी याना व डेढ़ वर्षीय बेटे दिव्यांश को जहर देकर खुद फांसी पर झूल गया। अमित को 5 लोन एप के कर्मचारी किस्तों के लिए दबाव बना रहे थे। पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया है और इसमें कर्ज का जिक्र है।
डीसीपी जोन-3 धर्मेंद्रसिंह भदौरिया के मुताबिक मूलत: छत्रपति कॉलोनी (सागर) निवासी अमित पत्नी बच्चों के साथ भागीरथपुरा निवासी कैदारनाथ के मकान (तीसरी मंजिल) में किराए से रहता था। अमित के ससुर रमेश यादव (दाऊ) भी घर के सामने ही रहते हैं।
मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे अमित के भाई ने कई बार किया कॉल किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। शक होने पर सास गंगाबाई पड़ोस में रहने वाली महिला प्रिया योगी के साथ देखने पहुंची। अंदर से दरवाजा बंद था और कमरे से कूलर चलने की आवाज आ रही थी। टीना और याना-दिव्यांश भी रूम में ही थे। शक होने पर पुलिस चौकी कॉल कर घटना बताई और सिपाही कपिल तिवारी और डॉयल 100 को बुलाया। पुलिसकर्मियों ने धक्का देकर दरवाजा खोला तो कमरे का दृश्य देख कर हैरान रह गए।
टीना और याना-दिव्यांश का शव बिस्तर पर था जबकि अमित फांसी लगा कर आत्महत्या कर चुका था। सूचना मिलने पर डीसीपी धर्मेंद्रसिंह भदौरिया, एडीसीपी राजेश रघुवंशी और फोरेंसिक अफसर भी पहुंच गए। पुलिस को शक है। अमित ने चाय व दूध में जहरीला पदार्थ पिलाने के बाद खुद ने फांसी लगाई है।
अमित मोबाइल टॉवर लगाने वाली कंपनी में मैकेनिक का काम करता था। उसने ऑनलाइन लोन देने वाली एप से लोन ले लिया था। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त किया है जिसमें लोन का जिक्र किया है। हालांकि सुसाइड नोट में प्रताड़ना का उल्लेख नहीं है।