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संत कबीर जयंती : कबीर क्यों अलग है सबसे?

शनिवार,जून 3, 2023
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Sant Kabir Jayanti 2023 : भारत में ऐसे कुछ ही संत हुए हैं जिन्हें सभी धर्मों के लोग मानते हैं। जैसे गुरु गोरखनाथ, बाबा रामदेव, संत कबीर और साईं बाबा। उन्हीं में से एक हैं संत कबीरदास। प्रतिवर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कवि एवं संत कबीर की जयंती मनाई ...
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Jaya Kishori Biography: आजकल कथावाचक जया किशोरी जी बहुत लोकप्रिय हो रही हैं। उनके लोकप्रिय होने के कई कारण हैं। बागेश्वर धाम के धीरेंद्र गर्ग शास्त्री जी के साथ उनका नाम जोड़े जाने से भी वे चर्चा में हैं। अब वे कथावचक से मोटिवेशनल स्पीकर भी बन गई ...
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Sri Taran Swami : संत तारण तरण स्वामी ने तारण पंथ की स्थापना की, जो जैन धर्म के अंतर्गत एक अलग धारा के रूप में जानी जा‍ती है। जहां मूर्ति की नहीं बल्कि ग्रंथों की पूजा की जाती है, जिसे ज्ञान के उपासक कहा जाता है। निसईजी तारण समाज के लिए बहुत ...
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आदि शंकराचार्य की अद्वैतवाद, अनासक्ति और ध्यान पर केन्द्रित शिक्षाओं का भारतीय आध्यात्मिकता और दर्शन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। वे एक प्रभावी प्रबंधक भी थे जिन्होंने सम्पूर्ण भारत में कई मठ व्यवस्थाओं की स्थापना की। आइए, देखें कि उनकी नेतृत्व शैली को ...
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भारत वह पवित्र भूमि है, जहां कई संत-महात्माओं ने जन्म लिया है। उन्हीं में से एक श्री रामानुजाचार्य, जिनकी पूजा पूरे देश में की जाती है। इस वर्ष 26 अप्रैल 2023, दिन बुधवार को श्री रामानुजाचार्य की जयंती मनाई जा रही है। भारत के दक्षिणी, उत्तरी हिस्सों ...
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Adi Shankaracharya : आदि शंकराचार्य को चारों वेद, सभी उपनिषद, रामायण और महाभारत कंठस्थ थी। शंकराचार्य ने सुप्रसिद्ध ब्रह्मसूत्र भाष्य के अतिरिक्त ग्यारह उपनिषदों पर तथा गीता पर भाष्यों की रचनाएं की एवं अन्य महत्वपूर्ण ग्रंथों स्तोत्र-साहित्य का ...
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Adi Shankaracharya Jayanti: हिन्दू माह के अनुसार वैशाख शुक्ल पक्ष की पंचमी को आदि शंकराचार्य की जयंती मनाई जाती है। अंग्रेंजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 25 अप्रैल को यह जयंत मनाई जाएगी। आद्य या आदि शंकराचार्य की जन्म दिनांक और सन् को लेकर विद्वानों ...
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surdas ki rachnaye : संत सूरदास जन्म से ही अंधे थे, लेकिन भगवान ने उन्हें एक अद्भुत शक्ति से परिपूर्ण करके इस धरती पर भेजा था, वो थी सगुन बताने की विद्या, जिसके तरह उन्होंने मात्र छह साल उम्र में ही अपने माता-पिता को इस विद्या से चकित कर दिया था। ...
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प्रभु वल्लभाचार्य की जयंती वैशाख माह की कृष्ण एकादशी को मनाई जाती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार यह जयंती 16 अप्रैल 2023 रविवार को रहेगी। कृष्ण भक्तकाल में उन्होंने श्रीकृष्ण के मार्ग का खूब प्रचार प्रसार किया। अपने दौर के ये बड़े संत थे और ...
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राजा भर्तहरि या भर्तृहरि संस्कृत के विद्वान कवि और नीतिकार थे। वे सम्राट विक्रमादित्य के बड़े भाई थे। कुछ लोग इन्हें चन्द्रगुप्त द्वितीय का बड़ा भाई मानते हैं। कहते हैं कि वे एक घटना के बाद गुरु गोरखनाथ के शिष्य बनकर योग साधना करके योगी बन गए थे। ...
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Life of Saint Eknath वर्ष 2023 में एकनाथ षष्‍ठी 13 मार्च 2023, दिन सोमवार को मनाई जा रही है। संत एकनाथ महाराज जी ने जिस दिन समाधि ली थी, वह दिन नाथ षष्ठी के नाम से जाना जाता है, इस दिन महाराष्ट्र, खास करके पैठण के क्षेत्रों में उनका समाधि उत्सव ...
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Gadge Maharaj Birth Anniversary 2023 : जमीन से जुड़े ऐसे महान संत गाडगे बाबा को नमन...! हर साल 23 फरवरी को महाराष्ट्र के प्रमुख संत गाडगे बाबा यानी की डेबूजी महाराज की जयंती मनाई जाती है। यहां जानिए उनके बारे में विशेष जानकारी-Great Saint From ...
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Ramakrishna Paramahamsa : भारतीय महापुरुषों ने पूरे संसार को शांति का पाठ पढ़ाया है। ऐसे ही महापुरुषों में रामकृष्ण परमहंस भी थे। उनके बारे में यह कहा जाता है कि उन्होंने बिना अच्छी शिक्षा लिए ही रामायण, महाभारत, श्रीमद्‍भगवद्गीता जैसे पुराणों को ...
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वाल्मीकि रामायण में प्रसंग आता है कि भगवान श्रीराम ने शबरी के झूठे बैर खाएं थे। माता शबरी कौंन थी? क्या है उनकी कहानी? कहां है शबरी की कुटिया आदि अनेक जानकारियों के साथ जानिए शबरी मां के बारे में 10 खास बातें।
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कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा पिछले 2 वर्षों से बहुत चर्चा में हैं। वे शिव पुराण पर आधारित कथाओं का वाचन करते हैं। वे जहां भी जाते हैं वहां कथा सुनने वालों की बहुत भीड़ उमड़ती है। कथा के साथ ही वे जीवन को सुखी बनाने के लिए छोटे छोटे उपाय भी बताते हैं ...
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महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव में गजानन महाराज की समाधि है। समाधि स्थल पर प्रतिदिन लगभग 25 से 30 हजार लोग दर्शन करने आते हैं। मान्यता है कि भारत में एकमात्र ऐसा समाधि स्थल है जहां किसी भी वीआईपी के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं है। सभी को लाइन ...
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यदा-कदा देश में जहां विलग-विलग सम्प्रदायों के मध्य छोटी-छोटी बातों पर साम्प्रदायिक तनाव होते रहते हैं वहीं कुछ स्थान ऐसे भी हैं जहां हमें साम्प्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल देखने को मिलती हैं। ऐसा ही एक स्थान है सन्त श्री रामजी बाबा समाधि स्थल, जो देश ...
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Ravidas jayanti kyu manate hai: स्वामी रामानंद जी के शिष्य और कबीरदास जी के गुरु भाई संत शिरोमणि कवि रविदास जी एक महान संत थे। संत रविदास का जन्म माघ पूर्णिमा को 1376 ईस्वी को हुआ था। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के गोबर्धनपुर गांव में हुआ ...
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19 January Osho Rajneesh Nirvana Day : ओशो रजनीश का जन्म 11 दिसम्बर, 1931 को कुचवाड़ा गांव, बरेली तहसील, जिला रायसेन, राज्य मध्यप्रदेश में हुआ था। बचपन गाडरवारा में बीता और उच्च शिक्षा जबलपुर में हुई। जन्म के समय उनका नाम चंद्रमोहन जैन था। वे अपने ...
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