केप टाउन: उतार चढ़ाव भरे लीग स्टेज के बाद भारतीय टीम महिला टी20 विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के सामना करते हुए अपने प्रदर्शन के 'गड्ढों' को भरना चाहेगी।हरमनप्रीत कौर की टीम ने लीग स्टेज में भले ही चार में से तीन मुकाबले जीते हों, लेकिन उसका प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा।
अब तक सिर्फ 2 बल्लेबाजों के भरोसे टीम इंडिया
भारतीय महिलाएं पांच टीमों के ग्रुप-बी में दूसरे स्थान पर रहीं, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में उनकी कमियां ज़ाहिर हो गयीं। इंग्लैंड को 151 रन के स्कोर पर रोकने के बाद भी भारतीय टीम लक्ष्य से 11 रन दूर रह गयी थी। इस विश्व कप में भारत के लिये सर्वाधिक रन बनाने वाली सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (52) और ऋचा घोष (47) के अलावा कोई बल्लेबाज इंग्लैंड के सामने तेजी से रन नहीं बना सका था। ऊपरी क्रम की कमजोरी पूरे टूर्नामेंट में ही भारत के लिये चिंता का कारण रही है और हरमनप्रीत की टीम करो या मरो मुकाबले में इससे छुटकारा पाना चाहेगी।
अत्यधिक डॉट गेंदें खेलना बढ़ा रहा है सिरदर्द
अत्यधिक डॉट गेंदें खेलना और ऋचा घोष के अलावा किसी खिलाड़ी का छक्के न मार पाना भी भारत को इस सेमीफाइनल से पहले कमज़ोर टीम साबित करता है। विस्फोटक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा और कप्तान हरमनप्रीत अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी हैं। हरमनप्रीत उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जो बड़े मैच में दबाव से उभरकर अच्छा पारी खेल सकती हैं और ऐसा करने के लिये उन्हें इससे बेहतर मौका नहीं मिलेगा। पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताऊ अर्द्धशतक जड़ने के बाद शांत पड़ चुकीं जेमिमा रॉड्रिग्स की इस मैच में पुनः लय में लौटना चाहेंगी।
गेंदबाजी में रेणुका और दीप्ति को भी सहयोग की जरुरत
रेणुका सिंह अब तक टूर्नामेंट में भारत की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रही हैं। इंग्लैंड के विरुद्ध भले ही भारत को हार मिली हो, लेकिन रेणुका ने वहां सिर्फ 15 रन देकर पांच विकेट निकाले थे। रेणुका के साथ स्पिन का मोर्चा दीप्ति ने संभाला हुआ है, जो भले ही आयरलैंड के विरुद्ध फेंके गये एकमात्र ओवर में महंगी साबित हुईं लेकिन टूर्नामेंट में काफी किफायती रही हैं। राधा यादव, पूजा वस्त्राकर और राजेश्वरी गायकवाड़ को भी ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम के विरुद्ध अपनी गेंदबाजी में अनुशासन लाना होगा, वरना भारतीय आक्रमण से चितपरिचित बेथ मूनी और ताहलिया मैकग्रा जैसे बल्लेबाजों से सुसज्जित ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी उन्हें नाकों चने चबवा सकती है।
नॉकआउट में हमेशा ऑस्ट्रेलिया पड़ी है भारी
दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया ने लीग स्टेज के अपने सभी मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनायी है और पांच बार की टी20 विश्व चैंपियन अपना छठा खिताब जीतने की प्रबल दावेदार है। पिछले दो टी20 विश्व कपों के ग्रुप स्टेज में भले ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया है, लेकिन नॉकआउट मुकाबलों में भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया ने घरेलू सरजमीन पर हुए पिछले टी20 विश्व कप के फाइनल में भारत को 85 रन से रौंदकर खिताब जीता था। पिछले साल अगस्त में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भी भारतीय महिलाओं को कंगारुओं के हाथों शिकस्त मिली थी।
मेग लैनिंग की टीम इस बार भी 22 मैचों का विजय रथ लेकर भारत की ओर बढ़ रही है। दिसंबर 2022 में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को उसी की सरजमीन पर टी20 शृंखला में 4-1 से शिकस्त सौंपी थी जिससे निश्चित ही कंगारुओं को आत्मविश्वास मिलेगा।
पिछले पांच सालों में भारतीय महिला टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीता है, हालांकि वह इस बार अपने प्रदर्शन को ट्रॉफी में बदलना चाहेगी।
भारतीय स्क्वाड : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, यस्तिका भाटिया, ऋचा घोष, जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देओल, दीप्ति शर्मा, देविका वैद्य, राधा यादव, रेणुका ठाकुर, अंजलि सरवानी, पूजा वस्त्राकर, राजेश्वरी गायकवाड़, शिखा पांडे।
ऑस्ट्रेलियाई स्क्वाड : मेग लैनिंग (कप्तान), एलिसा हीली, डार्सी ब्राउन, एशले गार्डनर, किम गर्थ, हीथर ग्राहम, ग्रेस हैरिस, जेस जोनासेन, अलाना किंग, ताहलिया मैकग्रा, बेथ मूनी, एलिसे पेरी, मेगन शुट, एनाबेल सदरलैंड, जॉर्जिया वेयरहम।