केपटाउन: अभी तक महिला टी20 विश्व कप में उतार चढ़ाव भरा प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम को गुरूवार को यहां होने वाले पहले सेमीफाइनल में मजबूत आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने खेल में काफी सुधार करना होगा।
भारत पिछले पांच वर्षों में शीर्ष टीमों में शामिल रहा है लेकिन कोई बड़ी ट्राफी अपनी झोली में नहीं डाल सका है और उम्मीदों के अनुरूप उसने एक और आईसीसी टूर्नामेंट के अंतिम चार में प्रवेश कर लिया है।हालांकि भारतीय टीम बीते समय में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी है, विशेषकर नॉकआउट मैचों में।
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले टी20 विश्व कप फाइनल में भारत को हराया था और हाल में पिछले वर्ष बर्मिंघम में स्वर्ण पदक मैच में भी उसने जीत दर्ज की थी।वर्ष 2017 में वनडे विश्व कप फाइनल में पहुंचने के बाद भारत में महिला क्रिकेट काफी तेजी से ऊपर की ओर बढ़ा है और अब समय आ गया है जब वह गुरूवार को करो या मरो जैसे मुकाबले में उम्मीदों को प्रदर्शन में तब्दील करे।
हालांकि हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली टीम ने ग्रुप चरण में पिछले चार में से तीन मैच जीते हैं लेकिन उसकी किसी भी जीत को दमदार नहीं कहा जा सकता, यहां तक कि आयरलैंड के खिलाफ जीत को भी नहीं। टीम को एकमात्र हार इंग्लैंड से मिली।
अभी तक भारत ने टूर्नामेंट में जिस तरह का खेल दिखाया है, उसे देखते हुए केवल यही उम्मीद ही लगायी जा सकती है कि किसी तरह से टीम बड़े मैच से पहले अपनी सभी समस्याओं से निजात पा लें, जिसमें शीर्ष क्रम की अनिरंतरता के अलावा ऋचा घोष को छोड़कर खिलाड़ियों की छक्के जड़ने की अक्षमता शामिल है। टीम को डॉट गेंद का ज्यादा प्रतिशत भी कम करना होगा।
सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने तीन साल पहले अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था, हालांकि वह अब भी किशोरी ही हैं लेकिन वह अपनी गलतियों से सबक लेने में नाकाम रही हैं जिसमें स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाना और शॉर्ट गेंद के खिलाफ उनकी कमियां शामिल हैं।
कप्तान हरमनप्रीत खुद काफी दबाव में हैं, वह अभी तक इस विश्व कप में कोई उपयोगी पारी नहीं खेल पायी हैं। वह उन कुछ बल्लेबाजों में शामिल हैं जो गेंद को लंबी दूरी तक हिट कर सकती हैं लेकिन वह कुछ ज्यादा ही लंबे समय से अनिरंतर चल रही हैं।
विश्व कप नॉकआउट मैच में हार से उनका कप्तानी कार्यकाल खत्म हो सकता है।जेमिमा रोड्रिग्स ने अभी तक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन टीम की मदद के लिये उनके इससे कहीं ज्यादा की उम्मीद है।
स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना निरंतर बल्लेबाजी करने वाली खिलाड़ियों में शामिल रही हैं और एक बार फिर वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम के लिये महत्वपूर्ण होंगी।वहीं मेग लैनिंग की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम टी20 मैचों में लगातार 22 मैच जीतकर सेमीफाइनल तक पहुंची है और वह बड़े मैचों में अपने खेल को शीर्ष स्तर तक पहुंचाने के लिये मशहूर है।
ऑस्ट्रेलिया ने मार्च 2021 में न्यूजीलैंड से एक टी20 मैच गंवाने के बाद किसी भी प्रारूप में महज दो अधिकारिक मैच गंवाये हैं और ये दोनों हार भारत के खिलाफ मिली हैं। आस्ट्रेलियाई टीम ने दिसंबर में मुंबई में हुई श्रृंखला में 4-1 से जीत हासिल की थी।
गेंदबाजी विभाग में तेज गेंदबाज रेणुका ठाकुर टूर्नामेंट में भारत की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रही हैं जिन्होंने अभी तक सात विकेट झटके हैं जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ 15 रन देकर पांच विकेट चटकाना शामिल रहा है।
दीप्ति शर्मा ने आयरलैंड के खिलाफ अपने एक ओवर में काफी रन लुटा दिये लेकिन वह स्पिन विभाग में सबसे निरंतर गेंदबाज रही हैं। पूजा वस्त्राकर, राजेश्वरी गायकवाड़ और राधा यादव को मजबूत आस्ट्रेलिया के खिलाफ अधिक सटीक गेंदबाजी करनी होगी।
ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी पिछले नतीजों के बावजूद भारतीय चुनौती से सतर्क हैं।मूनी ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से कहा, मुझे कड़े मुकाबले की उम्मीद है, पिछले कुछ वर्षों में उनकी टीम (भारत) काफी तेजी से सुधार कर रही है और उनके लाइन अप में कुछ मैच विजेता खिलाड़ी भी हैं। (भाषा)
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत :हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, यास्तिका भाटिया, ऋचा घोष, जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देओल, दीप्ति शर्मा, देविका वैद्य, राधा यादव, रेणुका ठाकुर अंजलि सरवनी, पूजा वस्त्राकर, राजेश्वरी गायकवाड़ और शिखा पांडे।
ऑस्ट्रेलिया:मेग लैनिंग (कप्तान), एलिसा हीली, डार्सी ब्राउन, एशले गार्डनर, किम गार्थ, हीथर ग्राहम, ग्रेस हैरिस, जेस जोनासेन, अलाना किंग, तहलिया मैकग्रा, बेथ मूनी, एलिसे पैरी, मेगान शट, अनाबेल सदरलैंड और जॉर्जिया वारेहैम।
मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े छह बजे शुरू होगा।