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राखी के दिन
रवीन्द्र नारायण पहलवान राखी भेजी तो होगी,मुझे तो मिली नहींअब समस्या हैमैं क्या करूँ?यह तो तुमने भी सोचा होगाऐसी परिस्थिति मेंमैं क्या करूँगा?इसलिए राखी तोजरूर ही भेजी होगी।पर अब भी वही समस्याराखी तो मिली नहीं।
उनके बारे में भीसोचना चाहिए जिनकी कोई बहन नहीं हैवह बेचारे क्या करते होंगेराखी के दिन।